राजगढ़। डोल ग्यारस का त्योहार बड़े ही धूमधाम से मनाया जाएगा. सोमवार शाम को भगवान कृष्ण की धूम-धाम से डोल के साथ पूजन किया जाएगा. भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को डोल ग्यारस मनाया जाता है. इस दिन भगवान विष्णु और उनके आठवें अवतार भगवान श्रीकृष्ण की विशेष पूजा की जाती है. कहा जाता है इस दिन माता यशोदा ने जलवा पूजन किया था.
ग्यारस के दिन माता यशोदा ने जलवा पूजन संस्कारों की शुरुआत की थी, जिसमें भगवान कृष्ण के जन्म के 18 दिनों बाद पुराने वस्त्रों को त्याग कर नए वस्त्रों को पहनाया गया था. पंडित बीएल शर्मा ने बताया कि इस दिन भगवान कृष्ण को नदी के किनारे ले जाया जाता है और पालकी के नीचे से लोग भगवान का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए निकलते हैं.
कहा जाता है कि देवशयनी एकादशी पर जहां भगवान विष्णु राजा बलि के यहां पहरेदारी करते हैं, जिसके दो माह बाद वो करवट बदलते हैं, जिसकी वजह से इसको परिवर्तन एकादशी के नाम से भी जाना जाता है.