राजगढ़। राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह किसान बिल के विरोध में लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर हैं. नरसिंहगढ़ पहुंचे दिग्विजय सिंह प्रेस कॉफ्रेंस कर केंद्र और राज्य सरकार पर आरोपों की झड़ी लगाई.
दिग्विजय सिंह ने मोदी सरकार को पूरी तरह किसान विरोधी बताया है. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार के कानून मोदी सरकार लेकर आई है, उससे किसान और छोटे व्यापारी बर्बाद हो जाएंगे. मोदी सरकार मंडियों को खत्म करने और कांट्रेक्ट फार्मिंग का कानून लाई है. जिससे किसानों को नुकसान होगा. इस कानून के लागू होने से किसानों का मसला जो स्थानीय स्तर पर सुलझ जाता था, वह अब दिल्ली से सुलझेगा. लिहाजा किसान अदालत नहीं जा पाएगा और छोटे व्यापारीयों का भी मरण होगा.
सासंद ने आरोप लगाया है कॉट्रेक्ट फार्मिंग में बड़ी-बड़ी कंपनियों और व्यापारियों के लिए रास्ता खोल दिया है. अमेरिका और युरोप के दबाव में मोदी सरकार यह कानून ला रही है. जिससे देश के किसान, व्यापारी को खासा नुकसान झेलना पड़ेगा. इसके अलावा उन्होंने आवश्यक वस्तु अधिनियम, एफसीआई को खत्म करने, बैंकिंग रेग्युलेशन एक्ट के माध्यम से सहकारी बैंकों को भी खत्म करने के गंभीर आरोप लगाए हैं.
गरीबों को नहीं मिला पीएम के आर्थिक पैकेज का लाभ
दिग्विजय सिंह ने कहा कि कोरोना संकट काल में मोदी सरकार द्वारा जो 20 लाख करोड़ रूपए के आर्थिक पैकेज की बात कही गई थी, वह भी गरीबों के लिए नहीं हैं. इस पैकेज में भी केवल बड़े-बड़े लोगों को फायदा पहुंचाया गया है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी हमेशा कहते है कि सब झूठ बोलते हैं. लेकिन मैं कहता हूं की नरेन्द्र मोदी झूठ बोलते हैं.
सरकार बन गई तो शिवराज 'मामा' ने साधी चुप्पी
दिग्विजय सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार पर किसानों की अपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार के समय शिवराज सिंह किसानों को फसल बर्बाद होने पर 40 हजार रूपए हेक्टेयर मुआवजा देने की बात कह रहे थे, लेकिन अब सरकार बनने पर उन्होंने भी चुप्पी साध ली है.