राजगढ़। शहर के खुजनेर रोड पर संचालित सीएचएल(एम.डी) अस्पताल एवं ट्रामा सेंटर को प्रशासन ने सील कर दिया है. साथ ही अस्पताल के डॉक्टर, स्टॉफ समेत कुल 22 लोगों के खिलाफ प्रकरण पंजीबद्ध किया है. अस्पताल प्रबंधन पर अवैध एवं अनाधिकृत रूप से अस्पताल संचालित करने के आरोप हैं. शिकायत के बाद कलेक्टर नीरज कुमार सिंह के आदेश पर एक संयुक्त जांच दल गठित किया गया था. जिसके प्रतिवेदन पर पुलिस ने यह मामला दर्ज कर लिया है.
अवैध तरीके से संचालित हो रहा था हॉस्पिटल
दरअसल राजगढ़ कलेक्टोरेट में पदस्थ स्टेनो टाईपिस्ट अजय नकवाल ने 20 मई को कलेक्टर से लिखित शिकायत की थी. जिसमें अजय ने लिखा था कि 18 मई को उन्होंने अपनी पत्नि को प्रसव के लिए अस्पताल में भर्ती कराया था. 9 माह का बच्च गर्भ में स्वस्थ्य था, लेकिन अस्पताल में बच्चे की मौत हो गई. अजय नकवाल ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया. और ट्रेन्ड स्टाफ के आभाव के चलते बच्चे की मौत की शिकायत की. लिहाजा कलेक्टर के निर्देश पर गुरुवार को एसडीएम पल्लवी वैध, CMHO डॉ.एस यदु समेत कई कर्मचारी अस्पताल पहुंचे. जहां उन्होंने छापामार कार्रवाई करते हुए अस्पताल को सील कर दिया. वहीं जांच में पाया गया कि अस्पताल में अनाधिकृत चिकित्सकों, कर्मचारियों एवं दवा विक्रेता इत्यादि के माध्यम से उपचार किया गया है. बिना किसी वैध अनुमति के नर्सिग होम का संचालन किया जा रहा था.
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सीएचएल(एम.डी) अस्पताल खुजनेर रोड जिला राजगढ के पाटर्नर विनोद शर्मा, साहिल उद्दीन और तनवीर सहित अस्पताल में कार्यरत अन्य सदस्य, दवा विक्रेता, दवा दुकान के संचालक, प्रोपराईटर और फार्मासिस्ट सहित कुल 22 लोगों के विरुद्ध विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.