राजगढ़। आग से झुलसी एक महिला की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई, इससे पहले महिला का इलाज उज्जैन और इंदौर के अस्पताल में चला था, लेकिन महिला की सेहत में कोई अंदर नहीं आया, जिसके बाद उसे शुजालपुर ले जाया गया. जहां पर उसका इलाज किया जा रहा था लेकिन जब महिला के परिजनों को ये पता चला कि निजी अस्पताल में एक कोरोना संक्रमित मरीज पाया गया है और अस्पताल से सभी मरीजों की छुट्टी कर दी गई है, उसके बाद महिला के परिजन उसे तुरंत वहां से वापस अपने गांव ले गए, महिला को चिकित्सा विभाग की टीम लेने पहुंची और उसे जिला चिकित्सालय राजगढ़ रेफर किया गया, जहां उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई.
बीएमओ सारंगपुर डॉ. जलालुद्दीन ने बताया कि 31 मार्च को एक महिला आग से 50% से ज्यादा झुलस गई थी, जिसका उपचार शासकीय अस्पताल में किया गया था, इसकी एमएलसी भी बनाई गई थी और सारंगपुर अस्पताल में भी इसका इलाज चला था.
स्वास्थ्य विभाग ने एहतियात के तौर पर महिला का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा था और उसके घर को सैनिटाइज किया जा चुका है और मोहल्ले को भी सैनिटाइज किया जा चुका है. वहीं डॉक्टर्स की टीम मोहल्ले और गांव में अभी जांच कर रही है कि किसी भी व्यक्ति को कोराना से संबंधित कोई संक्रमण जैसे लक्षण तो नहीं हैं.