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रायसेन : हौसलों को मिली उड़ान, सुरक्षा गार्ड का बेटा बनेगा डॅाक्टर

गांव में प्रतिभाओं को खोजने के लिए शुरू की गई 100 कलाम योजना का सार्थक परिणाम रायसेन में देखने को मिला है. सियरमऊ में रहने वाले सुरक्षा गार्ड के बेटे नितिन ने नीट का एग्जाम पास कर अपने डॉक्टर बनने के सपने की ओर कदम बढ़ाया है.

नितिन बनेगा डॅाक्टर
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Published : Aug 2, 2019, 11:53 AM IST

Updated : Aug 2, 2019, 1:17 PM IST

रायसेन। कहते हैं कि कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती. इस बात को रायसेन के नितिन अहिरवार ने सच कर दिखाया है. डॉक्टर बनने का सपना लिए अपनी मेहनत और लगन से नितिन ने नीट का एग्जाम पास कर लिया है.

रायसेन का नितिन बनेगा डॅाक्टर

रायसेन जिले से करीब 110 किलोमीटर की दूरी पर स्थित छोटे से गांव सियरमऊ में गरीब तबके के होनहार छात्र नितिन अहिरवार ने पढ़ाई जारी रखते हुए नीट की परीक्षा में 444 अंक अर्जित किए हैं. अब नितिन का दाखिला रीवा जिले के शासकीय श्यामशाह मेडिकल कॉलेज में हो गया है.

नितिन ने बताया कि उसके घर की आर्थिक स्थिति बहुत कमजो़र है, पिता दीना प्रसाद अहिरवार हरियाणा में सुरक्षा गार्ड की नौकरी करते हैं और मां लक्ष्मी बाई अहिरवार बीड़ी बनाकर उसका लालन पालन करती हैं. गांव में शुरू की गई 100 कलाम योजना में नितिन का चयन हुआ जिससे 12वीं की पढ़ाई के साथ-साथ प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने का उसे मौका मिला.

नितिन अहिरवार के पिता दीना प्रसाद अहिरवार ने बताया कि उनका बेटा नीतिन शुरू से ही पढ़ाई में बहुत होनहार था लेकिन घर की आर्थिक हालत बहुत खराब थी. अब नितिन डाक्टर बनेगा तो घर के हालात भी बदल जाएंगे.

रायसेन। कहते हैं कि कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती. इस बात को रायसेन के नितिन अहिरवार ने सच कर दिखाया है. डॉक्टर बनने का सपना लिए अपनी मेहनत और लगन से नितिन ने नीट का एग्जाम पास कर लिया है.

रायसेन का नितिन बनेगा डॅाक्टर

रायसेन जिले से करीब 110 किलोमीटर की दूरी पर स्थित छोटे से गांव सियरमऊ में गरीब तबके के होनहार छात्र नितिन अहिरवार ने पढ़ाई जारी रखते हुए नीट की परीक्षा में 444 अंक अर्जित किए हैं. अब नितिन का दाखिला रीवा जिले के शासकीय श्यामशाह मेडिकल कॉलेज में हो गया है.

नितिन ने बताया कि उसके घर की आर्थिक स्थिति बहुत कमजो़र है, पिता दीना प्रसाद अहिरवार हरियाणा में सुरक्षा गार्ड की नौकरी करते हैं और मां लक्ष्मी बाई अहिरवार बीड़ी बनाकर उसका लालन पालन करती हैं. गांव में शुरू की गई 100 कलाम योजना में नितिन का चयन हुआ जिससे 12वीं की पढ़ाई के साथ-साथ प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने का उसे मौका मिला.

नितिन अहिरवार के पिता दीना प्रसाद अहिरवार ने बताया कि उनका बेटा नीतिन शुरू से ही पढ़ाई में बहुत होनहार था लेकिन घर की आर्थिक हालत बहुत खराब थी. अब नितिन डाक्टर बनेगा तो घर के हालात भी बदल जाएंगे.

Intro:रायसेन-अगर आपके मन मे कुछ करने का हौसला हो तो कोई मुश्किल आपका रास्ता नही रोक सकती।ऐसा कर दिखाया है नितिन अहिरवार ने।नितिन ने नीट का एग्जाम किया पास शासकीय रीवा के मेडिकल कॉलेज में नितिन का हुआ प्रवेश बनेगा डाक्टर।

Body:जहां एक तरफ पूरा देश मिसाइलमैन डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम के बताएं मार्ग पर चलने का संकल्प ले रहा है। वहीं दूसरी तरफ अब्दुल कलाम के सपने को साकार करने के लिए
वर्ष 2016 में रायसेन के तत्कालीन कलेक्टर रहे लोकेश कुमार जाटव के नवाचार से रायसेन के गांव-गांव में अब्दुल कलाम की तरह गांव गांव में प्रतिभाओं को खोजने के लिए शुरू की गई 100 कलाम योजना का सार्थक परिणाम रायसेन में देखने को मिला है।रायसेन जिले से करीब 110 किलोमीटर की दूरी पर स्थित छोटे से गांव सियरमऊ में गरीब तबके का होनहार छात्र नीतिन अहिरवार ने दान की राशि से पढ़ाई जारी रखते हुए नीट की परीक्षा देते हुए 444 अंक अर्जित किए है और अब नितिन का दाखिला रीवा जिले के शासकीय श्यामशाह मेडिकल कॉलेज में हो गया है। जो अब मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की पढ़ाई कर डॉक्टर बनेगा। नीतिन अहिरवार ने बताया उसकी घर की आर्थिक स्थिति बहुत खराब है पिता दीना प्रसाद अहिरवार हरियाणा में सुरक्षा गार्ड की नौकरी करते है और मॉ लक्ष्मी बाई अहिरवार ने बीड़ी बनाकर उसका लालन पालन बमुश्किल किया है।रायसेन के तत्कालीन कलेक्टर लोकेश कुमार जाटव द्वारा शुरू की गई 100 कलाम योजना में उसका चयन होने पर रायसेन में हॉस्टल में रहकर 12 वीं की पढ़ाई के साथ साथ प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने का उसे मौका दिया गया। लेकिन कलेक्टर लोकेश कुमार जाटव का स्थानांतरण होने के बाद 100 कलाम योजना को बंद करने की नौबत आ गई और उसका डाक्टर बनने का सपना अधूरा सा लगने लगा। लेकिन फिर बाद में प्रेरणा समूह के बॉयोलॉजी के शिक्षक नारायण प्रसाद सिंह राजपूत,शुभम शर्मा ने दान की राशि जुटाते हुए उसकी पढ़ाई को जारी रखवाया और प्रथम बार में नीट परीक्षा में सफल होकर उसका चयन शासकीय श्यामशाह मेडिकल कॉलेज रीवा में हुआ है। -नीतिन अहिरवार के पिता दीना प्रसाद अहिरवार ने बताया कि उनका बेटा नीतिन शुरू से ही पढ़ाई में बहुत होनहार था। लेकिन आर्थिक हालत बहुत खराब है। लेकिन अब नितिन डाक्टर बनेगा तो घर के हालात भी बदल जाएंगे। वहीं नीतिन की माता लक्ष्मी बाई अहिरवार ने बताया कि बीड़ी बनाकर नीतिन का लालन -पालन किया है। वो इस मुकाम तक पहुंच गया बहुत खुशी हो रही है।

Byte-दीना प्रसाद अहिरवार नितिन के पिता।

Byte-लक्ष्मी बाई अहिरवार नितिन की मॉ।

Byte-नितिन अहिरवार रीवा मेडिकल कॉलेज स्टूडेंट।Conclusion:
Last Updated : Aug 2, 2019, 1:17 PM IST
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