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अयोध्या विवाद पर फैसले से पहले पुलिस ने की मॉक ड्रिल, उपद्रवियों से निपटने के सिखाए गए गुर - Tear gas shells

अयोध्या विवाद में आने वाले सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के मद्देनजर पुलिस शांति-व्यवस्था को लेकर पूरी तरह सचेत है. गुरुवार को पुलिस ने उपद्रव से निपटने के लिए मॉकड्रिल किया.

पुलिस ने की मॉकड्रिल
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Published : Nov 8, 2019, 5:04 AM IST

Updated : Nov 8, 2019, 7:35 AM IST

रायसेन। अयोध्या विवाद में आने वाले सर्वोच्च न्यायालय के फैसले को लेकर पुलिस शांति-व्यवस्था के लिए पूरी तरह सचेत है, जिसके चलते पुलिस ने उपद्रव से निपटने के लिए मॉक ड्रिल का अभ्यास किया. इस दौरान पुलिस ने दो दल बनाए थे, जिसमें एक दल पत्थर बरसा रहा था, तो वहीं दूसरा लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़ रहा था. यह प्रदर्शन देखकर ऐसा लग रहा था कि मानों सही में हंगामा हुआ है.

पुलिस ने की मॉकड्रिल

इसमें पुलिस मैदान में बेगमगंज ब्लॉक के गैरतगंज और देहगांव के पुलिस जवानों के बीच मॉकड्रिल किया गया. इस दौरान जवानों को हाथ से 35 फीट तक आंसू गैस के गोले फेंकने और मैगजीन से 125 से 135 फीट दूर तक गोले दागने की प्रैक्टिस कराई गई. इसके साथ ही जवानों को उपद्रवियों से निपटने के गुर सिखाए गए.

वहीं एसडीओपी ओपी त्रिपाठी ने बताया कि मॉकड्रिल के साथ-साथ शांति समिति की बैठक भी की गई और उनके साथ एक सद्भावना रैली भी निकाली गई है. जिसमें लोगों से कोर्ट का फैसला मानने और जिले में शांति-व्यवस्था बनाने की अपील की गई है. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया में किसी भी तरह की भड़काऊ पोस्ट नहीं करें और न ही शेयर करें. अगर कोई ऐसा करता है, तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

रायसेन। अयोध्या विवाद में आने वाले सर्वोच्च न्यायालय के फैसले को लेकर पुलिस शांति-व्यवस्था के लिए पूरी तरह सचेत है, जिसके चलते पुलिस ने उपद्रव से निपटने के लिए मॉक ड्रिल का अभ्यास किया. इस दौरान पुलिस ने दो दल बनाए थे, जिसमें एक दल पत्थर बरसा रहा था, तो वहीं दूसरा लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़ रहा था. यह प्रदर्शन देखकर ऐसा लग रहा था कि मानों सही में हंगामा हुआ है.

पुलिस ने की मॉकड्रिल

इसमें पुलिस मैदान में बेगमगंज ब्लॉक के गैरतगंज और देहगांव के पुलिस जवानों के बीच मॉकड्रिल किया गया. इस दौरान जवानों को हाथ से 35 फीट तक आंसू गैस के गोले फेंकने और मैगजीन से 125 से 135 फीट दूर तक गोले दागने की प्रैक्टिस कराई गई. इसके साथ ही जवानों को उपद्रवियों से निपटने के गुर सिखाए गए.

वहीं एसडीओपी ओपी त्रिपाठी ने बताया कि मॉकड्रिल के साथ-साथ शांति समिति की बैठक भी की गई और उनके साथ एक सद्भावना रैली भी निकाली गई है. जिसमें लोगों से कोर्ट का फैसला मानने और जिले में शांति-व्यवस्था बनाने की अपील की गई है. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया में किसी भी तरह की भड़काऊ पोस्ट नहीं करें और न ही शेयर करें. अगर कोई ऐसा करता है, तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

Intro:रायसेन-राम जन्म भूमि बाबरी मस्जिद मामले फैसले को लेकर उपद्रव से निपटने के लिए पुलिस ने किया मॉकड्रिल प्रदर्शन एक दल ने बरसाए पत्थर दूसरे दल ने भांजी लाठियां चला आंसू गैस और गोले मची भगदड़। यह देखकर यही लग रहा है कि कोई बड़ा घटनाक्रम है और पुलिस लाठियां भांज रही है काबू न पाने पर आंसू गैस छोड़ रही है बाबजूद पुलिस ने मजबूरी में गोले फेंके मची भगदड़ लेकिन यह हकीकत नहीं है यह मॉकड्रिल प्रदर्शन है।


Body:रायसेन जिले के बेगमगंज में हुआ पुलिस का मॉकड्रिल प्रदर्शन आगामी दिनों में राम जन्मभूमि बाबरी मस्जिद के वर्षों से चले आ रहे फैसले को लेकर किसी भी प्रकार के उपद्रव से निपटने के लिए पुलिस ने मैदान में बेगमगंज ब्लॉक के गैरतगंज व देहगांव के पुलिस जवानों के बीच मॉक ड्रिल प्रदर्शन किया गया है दूरदराज से देखने वाले लोग समझ नहीं पाए कि पत्थर और लाठियां क्यों बरसाई जा रही है जब वह नजदीक आकर स्थिति का आकलन करने के लिए आगे बढ़े तो पुलिस के एक दल ने आंसू गैस के गोले दागना शुरू कर दिया बाद में उनकी समझ में आया कि पुलिस दंगा रोकने का प्रयास कर रही है। वही जवानों को हाथ से आंसू गैस के गोले फेंकने के लिए ग्रेनेट के चलाने के लिए पत्ती सीधी कर पिन निकालने तथा 35 फुट दूर तक हाथ से फेंकने की प्रैक्टिस कराई तथा मैगजीन से गोले दागने के लिए 125 से 135 फीट दूर तक किसी तरह आशु गैस के गोले दाग़कर उपद्रवियों को तितर-बितर करना है सिखलाया गया है और आशु गैस से स्वयं की सुरक्षा किस तरह करना है करके बताया गया।

Byte-ओपी त्रिपाठी एसडीओपी।


Conclusion:
Last Updated : Nov 8, 2019, 7:35 AM IST
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