ETV Bharat / state

बाड़ी में जारी रेत का अवैध उत्खनन, ग्रामीणों की शिकायत पर हर बार मिलता है सिर्फ आश्वासन

author img

By

Published : Oct 28, 2019, 5:33 AM IST

रायसेन के बाड़ी में रेत माफिया अवैध उत्खनन कर रहे हैं, ग्रामीणों का कहना है कि कई बार शिकायत करने के बाद भी उन्हें अब तक सिर्फ कार्रवाई करने का आश्वासन ही मिला है.

रेत का परिवहन करते डंपर

रायसेन। बाड़ी में गौरा मछवाई रेत खदान पर खुलेआम रेत का अवैध कारोबार चल रहा है, ग्रामीणों का कहना है कि अधिकारी रेत उत्खनन माफियाओं के आगे इतने बेबस हैं कि जानकारी होने के बाद भी कहते हैं कि कार्य प्रतिबंधित है और डंफर नहीं चल रहे हैं, तो वहीं खुलेआम बेधड़क दौड़ रहे डंपरों को प्रशासन मूक दर्शक बना देख रहा है.

रेत माफियाओं के हौसले बुलंद


तहसीलदार से शिकायत करने पहुंचे ग्रामीणों के मुताबिक अवैध तरीके से रेत का उत्खनन कर परिवहन करते ये डंपर कई लोगों की जान भी ले चुके हैं, लेकिन प्रशासन द्वारा कोई सख्त कदम नहीं उठाया जाता. ग्रामीण इसकी शिकायत विधायक से लेकर जिला प्रशासन तक से कई बार कर चुके हैं, लेकिन आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला है. ग्रामीणों ने एक बार फिर तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की है.

बिना कोई परमिशन के बेधड़क चल रहे इस रेत के काले कारोबार को रोकने में पूर्ण रूप से स्थानीय जनप्रतिनिधि और स्थानीय प्रशासन से लेकर जिला प्रशासन तक इन रेत माफियाओं के आगे बेबस हो चुका है तो वहीं स्थानीय ग्रामीणों द्वारा तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर रेत के अवैध कारोबार पर कार्रवाई की मांग की है. तहसीलदार ने जांच कर कार्रवाई करने का आश्वासन ग्रामीणों को दिया है.

रायसेन। बाड़ी में गौरा मछवाई रेत खदान पर खुलेआम रेत का अवैध कारोबार चल रहा है, ग्रामीणों का कहना है कि अधिकारी रेत उत्खनन माफियाओं के आगे इतने बेबस हैं कि जानकारी होने के बाद भी कहते हैं कि कार्य प्रतिबंधित है और डंफर नहीं चल रहे हैं, तो वहीं खुलेआम बेधड़क दौड़ रहे डंपरों को प्रशासन मूक दर्शक बना देख रहा है.

रेत माफियाओं के हौसले बुलंद


तहसीलदार से शिकायत करने पहुंचे ग्रामीणों के मुताबिक अवैध तरीके से रेत का उत्खनन कर परिवहन करते ये डंपर कई लोगों की जान भी ले चुके हैं, लेकिन प्रशासन द्वारा कोई सख्त कदम नहीं उठाया जाता. ग्रामीण इसकी शिकायत विधायक से लेकर जिला प्रशासन तक से कई बार कर चुके हैं, लेकिन आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला है. ग्रामीणों ने एक बार फिर तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की है.

बिना कोई परमिशन के बेधड़क चल रहे इस रेत के काले कारोबार को रोकने में पूर्ण रूप से स्थानीय जनप्रतिनिधि और स्थानीय प्रशासन से लेकर जिला प्रशासन तक इन रेत माफियाओं के आगे बेबस हो चुका है तो वहीं स्थानीय ग्रामीणों द्वारा तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर रेत के अवैध कारोबार पर कार्रवाई की मांग की है. तहसीलदार ने जांच कर कार्रवाई करने का आश्वासन ग्रामीणों को दिया है.

Intro:रायसेन-प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनते ही कांग्रेस के मुख्यमंत्री ने बड़े जोरों शोरों से अधिकारियों के तबादले किए थे जिससे प्रशासनिक व्यवस्था में सुधार आ सके।लेकिन कमलनाथ सरकार के अधिकारी तो रेत उतखनन माफियाओं के आगे इतने बेबस हैं कि अधिकारियों को जानकारी होने के बाद भी कहते हैं कि कार्य प्रतिबंधित है और डंफर नहीं चल रहे तो वही खुलेआम बेधड़क दौड़ रहे है डंफरो को प्रशासन मूर्ख दर्शक बना देखता रहता है। अवैध तरीके से रेप का उत्खनन कर परिवहन करते यह डंफर कई लोगों की जान भी ले चुके हैं लेकिन प्रशासन द्वारा कोई सख्त कदम नहीं उठाया जाता। जिसकी शिकायत ग्रामीणों ने स्थानीय विधायक से लेकर जिला प्रशासन तक से कई बार कर चुके हैं लेकिन आश्वासन के अलावा कुछ नहीं तो वहीं आज स्थानीय तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर ग्रामीणों ने कार्यवाही की मांग की।


Body:अजब एमपी के गजब रायसेन जिले के सिस्टम की दास्तां जहां बाड़ी के गौरा मछवाई रेत खदान पर खुलेआम चल रहा है रेत का अवैध कारोबार।तो वहीं प्रदेश सरकार की अभी रेत खदान को लेकर कोई रणनीति तैयार भी नहीं हुई है और यह रेत माफिया खुलेआम अधिकारियों की मिलीभगत से रेत का गोरखधंधा चला रहे हैं और स्थानीय प्रशासन से लेकर जिला प्रशासन तक इन माफियाओं के आगे बेवस नजर आता है वही रेत का अवैध उत्खनन कर अवैध परिवहन कर रहे इन डंफरों ने कई लोगों की जान भी ले चुके हैं लेकिन प्रशासन क्या करें,क्योंकि प्रशासन तो इन रेत माफियाओं के आगे इतना बेबस है कि जब इस खदान को लेकर कार्यवाही की बात आती है तो प्रशासन कहता है कि कार्य पर अभी प्रतिबंधित है और कार्य नही चल रहा।लेकिन वीडियो में साफ तौर से दिख रहा है कि रेत का गोरखधंधा किस तरह चल रहा है और प्रशासन इसे नजरअंदाज कर कार्यवाही का आश्वासन देता है लेकिन क्या कह सकते हैं इस अजब एमपी की गजब दास्तां जहां बिना कोई परमिशन के बेधड़क चल रहे इस रेत के काले कारोबार को रोकने में पूर्ण रूप से स्थानीय जनप्रतिनिधि और स्थानीय प्रशासन से लेकर जिला प्रशासन तक इन रेत माफियाओं के आगे बेबस हो चुका है तो वहीं आज स्थानीय ग्रामीणों द्वारा तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर रेत खदान पर कार्यवाही की मांग की है तो वही तहसीलदार ने भी वही हमेशा से वही रटा रटाया जांच कर कार्यवाही करने का आश्वासन ग्रामीणों को दिया गया है।

Byte-स्थानीय ज्ञापन कर्ता।

Byte-संजय नागवंशी तहसीलदार।


Conclusion:वहीं अब देखना यह होगा कि प्रशासन कुंभकरण की नींद से कब जागता है और इन रेत माफियाओं पर कब कार्यवाही करता है।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.