रायसेन। आपने जर्मनी के तानाशाह हिटलर के बारे में तो बहुत कुछ सुना होगा, लेकिन हम आपको एक ऐसे अधिकारी के बारे में बता रहे हैं, जिसने 457 बच्चों के भविष्य को अंधकार में डालते हुए एक सड़क को सिर्फ इसलिए खोद दिया, ताकि उनके बंगले में पानी ना भर जाए. जी हां आप जिस शख्स को नीली शर्ट पहने हुए रायसेन कलेक्टर के बगल में बैठे देख रहे हैं, यह जिले के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अवि प्रसाद ही हैं, जिन्होंने ये काम किया है.
यूं तो अवि प्रसाद जब से रायसेन में अधिकारी बनकर आए हैं, तब से सुर्खियों में हैं, लेकिन इन जनाब ने अब सारी हदों को पार करते हुए बच्चों के भविष्य को खतरे में डाल दिया है. अवि प्रसाद से 457 बच्चों के साथ उसके आसपास रहने वाले लोग भी परेशान हैं. कलेक्ट्रेट कॉलोनी में रहने वाले लोग इस सड़क से गुजरते हैं. मुख्य कार्यपालन अधिकारी अवि प्रसाद ने रास्ता रोकते हुए नाला खोद डाला, वो भी सिर्फ इसलिए कि कहीं इनके बंगले में पानी ना भर जाए.
इस रास्ते से निकलने वाले बच्चों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. एक ओर सरकार चाहती है कि बच्चे "स्कूल चलें हम" योजना का लाभ उठाकर शिक्षा लें, तो वहीं स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे कहते हैं कि सड़क के बीच में है पुलिया तो कैसे स्कूल चलें हम".
अधिकारी की मनमानी पर बोलते हुए बच्चों ने कहा कि स्कूल के रास्ते में एक बड़ा नाला बना दिया है, इससे उन्हें स्कूल आने-जाने के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि सड़क खोदे जाने से हमें स्कूल घूमकर आना पड़ता है.
वहीं प्रभारी मंत्री हर्ष यादव ने कहा कि कहीं ना कहीं अधिकारी ने गलती की है, इसके लिए उन्हें निर्देशित किया जाएगा. उनके किसी भी काम से आम लोगों को किसी भी प्रकार से परेशानी नहीं होनी चाहिए.
प्रभारी मंत्री हर्ष यादव ने सख्त लहजे में कहा कि यदि अधिकारी ही आम लोगों के लिए रोड़ा बनेंगे, तो इनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी.