रायसेन। जिले में उमस और गर्मी के बाद मानसून एक बार फिर से रिएक्टिव हो गया है. ऐसे में जोरदार बारिश के चलते जिले के कई क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात बन गये हैं. बरेली के दाल मिल क्षेत्र में लोगों के घरों में करीब 3 फुट तक पानी भर गया है. वहीं सिलवानी तहसील के दर्जनों गांव टापूओं में तब्दील हो गए हैं.
रायसेन के मेंडकी, कीरतपुर साहित अन्य गांवों के आसपास से गुजरने वाले नाले उफान पर आ गये हैं. लिहाजा कई गांव टापू में तब्दील हो गए हैं. ऐसे में लोग अपनी जान बचाने के लिए ऊंचे इलाकों का रुख कर रहे हैं, कोई पंचायत भवन तो स्कूल भवन की छत पर चढ़कर अपनी जान बचा रहा है.
वहीं बरसाती पानी का स्तर एक मंजिल तक के घरों की छतों को छूने लगा है. हालांकि प्रशासन एहतियात के तौर पर रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहा है और बचाव कार्य जारी है. इसके अलावा सिलवानी क्षेत्र के 2 गांवों में सर्पदंश से भी दो लोगों की मौत होने की खबर है, तो दूसरी तरफ सागर-भोपाल स्टेट हाईवे भी अधिक बारिश से बीना नदी के उफान पर होने के चलते बंद हो गया था.
इसके अलावा बेगमगंज-गैरतगंज के बीच पड़ने वाली कउला पुल पर 3 फुट तक पानी आ जाने के चलते रास्ता बंद हो गया था, जिससे सड़क के दोनों ओर सैकड़ों गाड़ियों की कतारें लग गईं और आवाजाही बंद होने के कारण यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा. इसी तरह विदिशा-रायसेन मार्ग भी बेतवा नदी के उफान पर आ जाने के चलते बंद हो गया था. हालांकि बेतवा नदी का जलस्तर घटने के बाद रास्ता फिर से चालू हो गया.