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राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किसान ने बनाया अनोखा कल्टीवेटर, समय और पैसे की होगी बचत

रायसेन के किसान महाराज सिंह लोधी ने एक अनोखा कल्टीवेटर बनाया है. जिससे किसानों का पैसे और समय दोनों बचेगा.

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Published : Oct 26, 2019, 12:41 PM IST

Updated : Oct 26, 2019, 2:47 PM IST

युवक ने बनाया अनोखा कल्टीवेटर

रायसेन। खेती को लाभ का धंधा बनाने के लिए सरकार के साथ किसान भी कई प्रयास कर रहे हैं. जिसके लिए आए दिन कई आविष्कार भी किए जा रहे है. जिले के किसान महाराज सिंह लोधी ने भी किसानों के लिए 'बाहुपिलाऊं' कल्टीवेटर बनाया है. जिसे न केवल किसानों का पैसे बचेगा, समय की भी बचत होगी. किसान कम लागत में अच्छी पैदावार भी कर सकता है. दिल्ली से आए कृषि वैज्ञानिकों ने भी इस उकरण की सराहना की है.

युवक ने बनाया अनोखा कल्टीवेटर


खेती में कल्टीवेटर और रोटावेटर दोनों की कीमत डेढ़ लाख तक होती है और समय भी अधिक लगता है. लेकिन महाराज लोधी द्वारा बनाए गया प्लाऊ महज 60 हजार रुपए में किसानों के लिए उपलब्ध है. इस कल्टीवेटर से तीन बार की जुताई एक बार में होती है और रोटावेटर का काम भी साथ- साथ होता है. महाराज सिंह ने 3 महीने की कड़ी मेहनत के बाद 'बाहुपिलाऊं' कृषि उपकरण को बनाया है.


उपकरण बनाने वाले किसान महाराज सिंह लोधी का कहना है कि मैं भी किसान का बेटा हूं. खेती किसानी में जुताई को लेकर बहुत खर्च आता था. उसी को देखकर मैंने कुछ नया करने की सोची और बाहुपिलाऊं बना डाला. जिसमें एक बार की जुताई के साथ रोटावेटर का काम भी हो जाता है. वहीं दिल्ली अहमदाबाद भोपाल और रायसेन से आए पांच सदस्यीय कृषि वैज्ञानिकों ने बताया कि यह किसानों के लिए वरदान सिद्ध होगा. बता दें कि महाराज सिंह लोधी को एनआईएफ अहमदाबाद में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सम्मानित किया है.

रायसेन। खेती को लाभ का धंधा बनाने के लिए सरकार के साथ किसान भी कई प्रयास कर रहे हैं. जिसके लिए आए दिन कई आविष्कार भी किए जा रहे है. जिले के किसान महाराज सिंह लोधी ने भी किसानों के लिए 'बाहुपिलाऊं' कल्टीवेटर बनाया है. जिसे न केवल किसानों का पैसे बचेगा, समय की भी बचत होगी. किसान कम लागत में अच्छी पैदावार भी कर सकता है. दिल्ली से आए कृषि वैज्ञानिकों ने भी इस उकरण की सराहना की है.

युवक ने बनाया अनोखा कल्टीवेटर


खेती में कल्टीवेटर और रोटावेटर दोनों की कीमत डेढ़ लाख तक होती है और समय भी अधिक लगता है. लेकिन महाराज लोधी द्वारा बनाए गया प्लाऊ महज 60 हजार रुपए में किसानों के लिए उपलब्ध है. इस कल्टीवेटर से तीन बार की जुताई एक बार में होती है और रोटावेटर का काम भी साथ- साथ होता है. महाराज सिंह ने 3 महीने की कड़ी मेहनत के बाद 'बाहुपिलाऊं' कृषि उपकरण को बनाया है.


उपकरण बनाने वाले किसान महाराज सिंह लोधी का कहना है कि मैं भी किसान का बेटा हूं. खेती किसानी में जुताई को लेकर बहुत खर्च आता था. उसी को देखकर मैंने कुछ नया करने की सोची और बाहुपिलाऊं बना डाला. जिसमें एक बार की जुताई के साथ रोटावेटर का काम भी हो जाता है. वहीं दिल्ली अहमदाबाद भोपाल और रायसेन से आए पांच सदस्यीय कृषि वैज्ञानिकों ने बताया कि यह किसानों के लिए वरदान सिद्ध होगा. बता दें कि महाराज सिंह लोधी को एनआईएफ अहमदाबाद में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सम्मानित किया है.

Intro:रायसेन-अन्नदाता के लिए वरदान हुए एक कल्टीवेटर जिसे किसान के दस तक पढ़े-लिखे बेटे ने बनाया। इस कल्टीवेटर की विशेषता है कि 3 इन 1 फॉर्मूला है जिसे दिल्ली अहमदाबाद भोपाल से आए कृषि वैज्ञानिकों ने किया मां नर्मदा एग्रो कार्यालय का उद्घाटन।जहां पर यह उपकरण बनाया जाएगा।


Body:रायसेन जिले के उदयपुरा तहसील के ग्राम नया खेड़ा निवासी महाराज सिंह लोधी ने किसानों के लिए "बाहुपिलाऊँ" बनाया जिससे देश के प्रधानमंत्री का खेती लाभ का धंधे का सपना पूरा होगा जहां कल्टीवेटर और रोटावेटर दोनों की कीमत डेढ़ लाख होती है और समय भी अधिक लगता है लेकिन यह प्लाऊ महज 60 हजार रुपए में किसानों के लिए उपलब्ध है गौरतलब है कि इस किसान के बेटे को एन आई एफ अहमदाबाद में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सम्मानित किया।इस कल्टीवेटर से तीन बार की जुताई एक बार में होती है और रोटावेटर का काम भी साथ साथ होता है 3 माह की कड़ी मेहनत कर सफलता अर्जित कर बनाया यह बाहुप्लाऊ जिसकी कीमत महज 60 हजार है इस कृषि उपकरण को कोई कंपनी नहीं बेचेगी वही इस कृषि उपकरण को इन्हीं के द्वारा बेचा जाएगा वहीं इसका उद्घाटन किया गया यह उपकरण किसानों के लिए वरदान साबित हो रहा है वही महाराज सिंह लोधी निर्माणकर्ता ने बताया कि मैं भी किसान का बेटा हूं खेती किसानी में जुताई को लेकर बहुत खर्च आता था उसी को देखकर मैंने कुछ नया करने की सोची और बाहुप्लाऊ बना डाला जिसमें एक बार की जुताई में जुताई के साथ रोटावेटर का काम भी हो जाता है इसकी कीमत मात्र 60 हजार रुपए है। वहीं दिल्ली अहमदाबाद भोपाल और रायसेन से आए पांच सदस्यीय कृषि वैज्ञानिकों ने बताया कि यह किसानों के लिए वरदान सिद्ध होगा वही किसान खुद भी वैज्ञानिक से कम नहीं है इस उपकरण से एक बार में तीन बार का काम होता है।

Byte-संतोष लोधी।

Byte-प्रमोद दुबे स्थानीय।

Byte-महाराज सिंह लोधी निर्माण कर्ता।

Byte-डॉ मनोज श्रीवास्तव कृषि वैज्ञानिक दिल्ली।


Conclusion:
Last Updated : Oct 26, 2019, 2:47 PM IST
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