रायसेन। एक ओर प्रदेश सरकार भू-माफियों के खिलाफ अभियान चला रही है. लेकिन लगता है कि रायसेन में सरकार के इस आदेश की सुनवाई नहीं हो पा रही है. मामला जिले के उदयपुरा का है. गांव के 85 वर्षीय पटवारी मनमोहन भार्गव की मौत के बाद परिजन शव का अंतिम संस्कार करने के लिए श्मशान घाट पहुंचे थे. लेकिन यहां श्मशान की जमीन पर दबंगों का कब्जा था. जिससे वहां विवाद की स्थिति बन गई. जिससे परिजनों को 3 घंटे तक इंतजार करना पड़ा.
श्मशान की जमीन पर दबंगों का कब्जा, प्रशासन के दखल के तीन घंटे बाद हुआ अंतिम संस्कार
रायसेन में भू-माफियाओं के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि उन्हें पुलिस का भी डर नहीं है. दरअसल श्मशान की जमीन पर दबंगों ने कब्जा किया हुआ है. जिससे अंतिम संस्कार करने के लिए 3 घंटे इंतजार करना पड़ा.
श्मशान की जमीन पर दबंगों का कब्जा
रायसेन। एक ओर प्रदेश सरकार भू-माफियों के खिलाफ अभियान चला रही है. लेकिन लगता है कि रायसेन में सरकार के इस आदेश की सुनवाई नहीं हो पा रही है. मामला जिले के उदयपुरा का है. गांव के 85 वर्षीय पटवारी मनमोहन भार्गव की मौत के बाद परिजन शव का अंतिम संस्कार करने के लिए श्मशान घाट पहुंचे थे. लेकिन यहां श्मशान की जमीन पर दबंगों का कब्जा था. जिससे वहां विवाद की स्थिति बन गई. जिससे परिजनों को 3 घंटे तक इंतजार करना पड़ा.
Intro:रायसेन-श्मशान में अंतिम संस्कार को लेकर विवाद के कारण एक शव का दाह संस्कार कराने के लिए परिजनों को 3 घंटे तक इंतजार करना पड़ा वहीं पुलिस और तहसीलदार ने मौके पर पहुंचकर कराया अंतिम संस्कार।
Body:जहां एक दूसरे के सामान तथा जमीन पर कब्जा की बात तो आम हैं पर आदमी सब की जगह श्मशान कब्जा जमा लें यह देखने को कम ही मिलता है रायसेन जिले में अंतिम संस्कार के लिए शव को भी 3 घंटे का इंतजार करना पड़ा मामला है जिले के उदयपुरा ब्लॉक के ग्राम छातेर में 85 वर्षीय पटवारी मनमोहन भार्गव के शव को अंतिम संस्कार के लिए शमशान लेकर जा रहे लोगों को शमशान के अंदर जाने से रोक दिया सरपंच सहित ग्रामीणों ने समझाया लेकिन अहिरवार परिवार गाली गलोज धमकी देने पर उतर आया 3 साल से ग्राम के 2 शमशानों पर अहिरवार समाज के 2 परिवारों का कब्जा है श्मशान में फसल उगाने लगे हैं जिस कारण अंतिम संस्कार में लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है वही बड़ी दिक्कत तो तब खड़ी होती है जब बारिश के समय शव को घर में रख कर बारिश बंद होने का इंतजार करना पड़ता है वही पुलिस और तहसीलदार को सूचना दी तब मौके पर पहुंचकर तहसीलदार ने श्मशान घाट पर कब्जा करने वाले अहिरवार परिवार को घंटों तक समझाया जिसके बाद तहसीलदार और पुलिस की मौजूदगी में अंतिम संस्कार किया गया।
Byte-देवेंद्र तिवारी ग्रामीण।
Byte-राजेश ठाकुर सब इंस्पेक्टर।
Byte-ब्रजेश सिंह तहसीलदार।
Conclusion:
Body:जहां एक दूसरे के सामान तथा जमीन पर कब्जा की बात तो आम हैं पर आदमी सब की जगह श्मशान कब्जा जमा लें यह देखने को कम ही मिलता है रायसेन जिले में अंतिम संस्कार के लिए शव को भी 3 घंटे का इंतजार करना पड़ा मामला है जिले के उदयपुरा ब्लॉक के ग्राम छातेर में 85 वर्षीय पटवारी मनमोहन भार्गव के शव को अंतिम संस्कार के लिए शमशान लेकर जा रहे लोगों को शमशान के अंदर जाने से रोक दिया सरपंच सहित ग्रामीणों ने समझाया लेकिन अहिरवार परिवार गाली गलोज धमकी देने पर उतर आया 3 साल से ग्राम के 2 शमशानों पर अहिरवार समाज के 2 परिवारों का कब्जा है श्मशान में फसल उगाने लगे हैं जिस कारण अंतिम संस्कार में लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है वही बड़ी दिक्कत तो तब खड़ी होती है जब बारिश के समय शव को घर में रख कर बारिश बंद होने का इंतजार करना पड़ता है वही पुलिस और तहसीलदार को सूचना दी तब मौके पर पहुंचकर तहसीलदार ने श्मशान घाट पर कब्जा करने वाले अहिरवार परिवार को घंटों तक समझाया जिसके बाद तहसीलदार और पुलिस की मौजूदगी में अंतिम संस्कार किया गया।
Byte-देवेंद्र तिवारी ग्रामीण।
Byte-राजेश ठाकुर सब इंस्पेक्टर।
Byte-ब्रजेश सिंह तहसीलदार।
Conclusion:
Last Updated : Dec 28, 2019, 3:37 PM IST