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कोरोना संक्रमण के बीच बर्ड फ्लू का खौफ, अलर्ट पर पशुपालन विभाग

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Published : Jan 6, 2021, 11:02 AM IST

देश भर में फैले कोरोना महामारी के बीच बर्ड फ्लू ने चिंता बढ़ा दी है. राजस्थान, केरल, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश के अलावा मध्यप्रदेश में भी बर्ड फ्लू से पक्षियों के मरने की संख्या तेजी से बढ़ी है. मध्यप्रदेश में बर्ड फ्लू पर नियंत्रण के लिए पशुपालन विभाग ने अलर्ट जारी किया है.

पशुपालन विभाग अलर्ट
पशुपालन विभाग अलर्ट

रायसेन। मध्यप्रदेश में बर्ड फ्लू पर नियंत्रण के लिए पशुपालन विभाग ने अलर्ट जारी किया है. प्रदेश के सभी जिलों को सतर्क रहने तथा किसी भी परिस्थिति में कौओं और पक्षियों की मौत की सूचना पर तत्काल भारत सरकार द्वारा जारी निर्देशों के तहत कार्रवाई करने के निर्देश भी दिये गए हैं. प्रदेश में 23 दिसम्बर 2020 से 3 जनवरी 2021 तक इंदौर में 142, मंदसौर में 100, आगर-मालवा में 112, खरगोन जिले में 13 और सीहोर में 9 कौओं की मौत हो चुकी है. मृत कौओं के सैम्पल भोपाल स्थित स्टेट डी.आई. लैब में तत्काल भेजे गए हैं. साथ ही इंदौर में कंट्रोल-रूम की स्थापना कर रैपिड रिस्पांस टीम कार्रवाई कर रही है.

पोल्ट्री-प्रवासी पक्षियों की विशेष निगरानी

प्रदेश में फ्लू पर नियंत्रण लगाने के लिए पशुपालन मंत्री ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं, उन्होंने कहा कि कौओं की मृत्यु की सूचना मिलते ही कलेक्टर के मार्गदर्शन में स्थानीय प्रशासन और अन्य विभागों के समन्वय से तत्काल कार्रवाई कर रिपोर्ट संचालनालय में भेजें. तत्काल संबंधित स्थल का भ्रमण कर आसपास के क्षेत्रों में भी रोग उदभेद नियंत्रण एवं शमन की कार्रवाई सुनिश्चित करें. साथ ही पोल्ट्री उत्पाद बाजार, फार्म, जलाशयों एवं प्रवासी पक्षियों की विशेष निगरानी रखें. रोग नियंत्रण कार्य में लगे अमले को स्वास्थ्य विभाग ने पीपीई किट, एंटी वायरल ड्रग, मृत पक्षियों, संक्रमित सामग्री एवं आहार का डिस्पोजल और डिसइन्फेक्शन सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिये हैं.

बर्ड फ्लू के लक्षण पर नजर रखें

बर्ड फ्लू के लक्षण बताते हुए मंत्री ने कहा कि कौओं में पाया जाने वाला वायरस अभी तक मुर्गियों में नहीं मिला है. मुर्गियों में पाया जाने वाला वायरस सामान्य होता है. मंत्री ने लोगों से अपील की है कि पक्षियों पर नजर रखें. यदि पक्षियों की आंख, गर्दन और सिर के आसपास सूजन है, आंखों से रिसाव हो रहा है, कलगी और टांगों में नीलापन आ रहा है, अचानक कमजोरी, पंख गिरना, पक्षियों की फुर्ती, आहार और अंडे देने में कमी दिखाई देने के साथ असामान्य मृत्यु दर बढ़े तो सतर्क हो जायें. इसे छुपाएं नहीं, वरना यह परिवार के स्वास्थ्य के लिये नुकसानदायक भी हो सकता है. पक्षियों की मौत की सूचना तत्काल स्थानीय पशु चिकित्सा संस्था या पशु चिकित्सा अधिकारी को दें.

बर्ड फ्लू सर्विलांस जारी

प्रदेश के सभी जिलों में बर्ड फ्लू सर्विलांस का काम जारी है. प्रदेश के कुक्कुट फार्म, कुक्कुट बाजार, जलाशयों आदि की सतत निगरानी की जा रही है. कौओं और पक्षियों के नमूने एकत्र कर स्टेट डी.आई. लैब भोपाल के माध्यम से भारतीय उच्च सुरक्षा, पशु रोग अनुसंधान प्रयोगशाला भोपाल को नियमित भेजे जा रह है. जिला प्रशासन, पशुपालन, वन, स्वास्थ्य विभाग आदि के समन्वय से रोग नियंत्रण करने के भी प्रयास किए जा रहे हैं.

रायसेन। मध्यप्रदेश में बर्ड फ्लू पर नियंत्रण के लिए पशुपालन विभाग ने अलर्ट जारी किया है. प्रदेश के सभी जिलों को सतर्क रहने तथा किसी भी परिस्थिति में कौओं और पक्षियों की मौत की सूचना पर तत्काल भारत सरकार द्वारा जारी निर्देशों के तहत कार्रवाई करने के निर्देश भी दिये गए हैं. प्रदेश में 23 दिसम्बर 2020 से 3 जनवरी 2021 तक इंदौर में 142, मंदसौर में 100, आगर-मालवा में 112, खरगोन जिले में 13 और सीहोर में 9 कौओं की मौत हो चुकी है. मृत कौओं के सैम्पल भोपाल स्थित स्टेट डी.आई. लैब में तत्काल भेजे गए हैं. साथ ही इंदौर में कंट्रोल-रूम की स्थापना कर रैपिड रिस्पांस टीम कार्रवाई कर रही है.

पोल्ट्री-प्रवासी पक्षियों की विशेष निगरानी

प्रदेश में फ्लू पर नियंत्रण लगाने के लिए पशुपालन मंत्री ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं, उन्होंने कहा कि कौओं की मृत्यु की सूचना मिलते ही कलेक्टर के मार्गदर्शन में स्थानीय प्रशासन और अन्य विभागों के समन्वय से तत्काल कार्रवाई कर रिपोर्ट संचालनालय में भेजें. तत्काल संबंधित स्थल का भ्रमण कर आसपास के क्षेत्रों में भी रोग उदभेद नियंत्रण एवं शमन की कार्रवाई सुनिश्चित करें. साथ ही पोल्ट्री उत्पाद बाजार, फार्म, जलाशयों एवं प्रवासी पक्षियों की विशेष निगरानी रखें. रोग नियंत्रण कार्य में लगे अमले को स्वास्थ्य विभाग ने पीपीई किट, एंटी वायरल ड्रग, मृत पक्षियों, संक्रमित सामग्री एवं आहार का डिस्पोजल और डिसइन्फेक्शन सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिये हैं.

बर्ड फ्लू के लक्षण पर नजर रखें

बर्ड फ्लू के लक्षण बताते हुए मंत्री ने कहा कि कौओं में पाया जाने वाला वायरस अभी तक मुर्गियों में नहीं मिला है. मुर्गियों में पाया जाने वाला वायरस सामान्य होता है. मंत्री ने लोगों से अपील की है कि पक्षियों पर नजर रखें. यदि पक्षियों की आंख, गर्दन और सिर के आसपास सूजन है, आंखों से रिसाव हो रहा है, कलगी और टांगों में नीलापन आ रहा है, अचानक कमजोरी, पंख गिरना, पक्षियों की फुर्ती, आहार और अंडे देने में कमी दिखाई देने के साथ असामान्य मृत्यु दर बढ़े तो सतर्क हो जायें. इसे छुपाएं नहीं, वरना यह परिवार के स्वास्थ्य के लिये नुकसानदायक भी हो सकता है. पक्षियों की मौत की सूचना तत्काल स्थानीय पशु चिकित्सा संस्था या पशु चिकित्सा अधिकारी को दें.

बर्ड फ्लू सर्विलांस जारी

प्रदेश के सभी जिलों में बर्ड फ्लू सर्विलांस का काम जारी है. प्रदेश के कुक्कुट फार्म, कुक्कुट बाजार, जलाशयों आदि की सतत निगरानी की जा रही है. कौओं और पक्षियों के नमूने एकत्र कर स्टेट डी.आई. लैब भोपाल के माध्यम से भारतीय उच्च सुरक्षा, पशु रोग अनुसंधान प्रयोगशाला भोपाल को नियमित भेजे जा रह है. जिला प्रशासन, पशुपालन, वन, स्वास्थ्य विभाग आदि के समन्वय से रोग नियंत्रण करने के भी प्रयास किए जा रहे हैं.

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