रायसेन। पूरे विश्व में चुनौती बने कोरोना वायरस से लड़ने के लिए कोरोना वॉरियर्स पूरी तरह से मेहनत के साथ डटे हैं. वहीं इस दैर में अगर सबसे ज्यादा काम हो रहा है तो सेनेटाइजर और सेनेटाइजिंग मशीन पर. पिछले कुछ दिनों में कई तरह की सेनेटाइजिंग मशीन सामने आई हैं. एक ऐसा ही सेनेटाइजर मशीन बनाया है, रायसेन जिले के बेगमगंज में रहने वाले शहंशाह ने. शहंशाह कूलर बनाने का काम करते हैं और इसी काम से आइडिया लेकर इन्होंने ऑटोमैटिक सेनेटाइजिंग मशीन तक बना दी.
हमेशा तरह-तरह की काबिलियत दिखाने वाले शहंशाह ने पहली मशीन 24 घंटे में तैयार की, इसके बाद मशीन में विस्तार करते हुए उन्हाेंने पूरी तरह से ऑटो सेनेटाइजर मशीन बना दी, जो अब कोरोना को हराने में काफी सहयोग कर रही है. यह मशीन प्रशासन को भी उपयाेगी लगी, ताे चिकित्सा विभाग के साथ-साथ प्रशासन पुलिस प्रशासन और कृषि उपज मंडी ने भी यह मशीन लोगों को सेनेटाइज करने के लिए लगवाया गया है. शहंशाह खान की ये सेनेटाइजिंग मशीन कई विभागों में लगाई जा रही है. यही नहीं, शहंशाह की ओर से बनाई गई सेनेटाइजिंग मशीन पूर्व मंत्री रामपाल सिंह के निवास पर लगाई गई है, जिससे पूर्व मंत्री के निवास पर आने वाले लोगों को सेनेटाइज किया जा रहा है.
कोविड-19 के विरुद्ध अन्य उपकरण भी बनाए
शहंशाह ने सेनेटाइजिंग मशीन ही नहीं, हैंड वॉश मशीन भी तैयार की है. इसकी मशीन की विशेषता है की मशीन ऑटोमेटिक है, जिसमें बिना हाथ लगाए लिक्युड से लेकर बिना हाथ लगाए पानी आने लगता है और हाथ साफ हो जाता हैं. इन्होंने डॉक्टरों की सुविधा हेतु कोरोना बेड भी तैयार किया है, जिसमें अनेक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं. यह चारों तरफ से पैक है. कोरोना मरीज के मनोरंजन को ध्यान रखते हुए इसमें एलईडी भी लगाई जा सकती है. साथ ही मरीज को छूने की जरूरत भी नहीं पड़ती. शहंशाह कहते हैं कि, नया करने की ललक में उन्होंने ये कर दिखाया.
शहंशाह ने अपनी काबिलियत से ऑटोमेटिक मशीन बनाकर नि:शुल्क सर्वप्रथम पुलिस थाने में लगाई, तथा इसके बाद कृषि उपज मंडी और सिविल अस्पताल में कोरोना बेड मशीन नि:शुल्क लगाकर मानवता सेवा कर अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं.