पन्ना। मध्य प्रदेश के पन्ना में कोरोना के बाद डेंगू, मलेरिया का प्रकोप बढ़ रहा है. पन्ना के गुनोर नगर परिषद में सर्दी, जुखाम, बुखार के लोगों के हाल बेहाल है. गुनोर के वार्ड क्रमांक 15 में मौसमी बीमारी से 4 लोगों की जान जा चुकी है. वार्ड के हर घर में लोग वायरल फीवर की चपेट में है. शहर के अस्पताल में मरीजों को बिस्तर तक नसीब नहीं हो पा रहे हैं.
20 दिनों में 4 लोगों की मौत
गुनोर नगर परिषद का वार्ड नंबर 15 छगम्मा आदिवासी बस्ती है. बताया जा रहा है कि यहां 3 महीने से ट्रांसफॉर्मर खराब होने से बिजली व्यवस्था भी ठप है. इलाके में 3 हफ्तों में 4 लोगों की मौत मौसमी बीमारियों से हो चुकी है. ग्रामीणों का आरोप है कि उनके आयुष्मान कार्ड तक नहीं बने हैं. हालांकि गांव में कुपोषित बच्चे मिलने के बाद एसडीएम के नेतृत्व में गांव में स्वास्थ्य विभाग का कैंप लगाया गया था.
गांव में लगाया गया स्वास्थ्य विभाग का कैंप
20 दिनों में 4 मौत होने के बाद प्रशासन हरकत में आया है. एसडीएम के साथ स्वास्थ्य विभाग के अमले ने वार्ड में पहुंचकर लोगो की जांच करवाई और बीमार लोगों को गुनोर स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती करवाया गया है. एक व्यक्ति की हालत गंभीर होने पर उसे जिला अस्पताल रेफर किया गया है. एसडीएम सत्यनारायण दर्रो ने बताया कि "वार्ड के सभी बच्चों, वयस्कों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है. सीएमओ को बुलाकर इंतजाम किए जा रहे हैं. वार्ड में कुपोषित बच्चे भी मिले हैं."
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"जान गंवाने वालों को अलग-अलग बीमारी थी"
इस पूरे मामले में जब सीएमएचओ आरएस पाण्डेय से बात की गई तो उनका कहना था कि "जिनकी मृत्यु हुई है. उन्हें अलग-अलग बीमारी थी. गांव में वायरल फीवर के मरीज जरूर मिले हैं, लेकिन डेंगू का पन्ना जिले के एक भी पॉजिटिव केस नहीं है. सभी का उपचार किया जा रहा है और स्वास्थ्य विभाग के द्वारा सतत निगरानी की जा रही है."