पन्ना। टाइगर रिजर्व के लिए प्रसिद्ध पन्ना जिला हीरे की खान के लिए भी जाना जाता है. पन्ना जिले में वन विभाग की जमीन पर वन अधिकार के तहत पट्टा मिलने की सूचना पर ग्रामीण कब्जा करने के लिए जंगलों की कटाई करने में जुट गए. सैकड़ों की संख्या में सलेहा वन परिक्षेत्र में ग्रामीण कुल्हाड़ी लेकर जंगलों की कटाई कर कब्जा करने जंगलों में पहुंचने लगे. जब मामले की भनक बीट गार्ड को मिली तो उसने क्षेत्र के रेंजर आरएस पटेल को जानकारी दी. जिसके बाद रेंजर ने ग्रामीण को एक साथ बैठाकर समझाइश दी लेकिन रेंजर के समझाने के बाद भी ग्रामीण नहीं माने और परिक्षेत्र कार्यालय में धरना देने लगे.
हालांकि रेंजर सहित अमले ने जैसे तैसे ग्रामीणों को समझाया और मामले की जानकारी अपने वरिष्ठ अधिकारियों को दे दी है. सरकार द्वारा वन अधिकार के पुराने पट्टा वितरण व दावों का सत्यापन पंचायत स्तर पर करवाया जा रहा है. जिसे लेकर कुछ लोगों द्वारा अफवाह फैलाने की वजह से वन परिक्षेत्र सलेहा में दूर-दूर के ग्रामीण जंगल में वन अधिकार पट्टे मिलने की लालच को लेकर हाथों में कुल्हाड़ी लेकर जंगलों को उजाड़ने में जुट गए हैं.
![Rangers explaining to the villagers](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/mp-pan-01-afwaah-pkg-720382_24072020141142_2407f_1595580102_141.jpg)
जंगलों को बचाने के लिए परिक्षेत्राधिकारी सलेहा राम सिंह पटेल और परिक्षेत्र का संपूर्ण वन अमला मौके पर पहुंचा और ग्रामीणों को समझाया कि जंगल काटने से किसी को जमीन नहीं मिलेगी. लेकिन वर्तमान में सलेहा परिक्षेत्र में ऐसी स्थिति निर्मित है कि ग्रामीण किसी की सुनने को तैयार नहीं है.
अफवाह से बिगड़ा मामला
वन अधिकारी के मुताबिक यह एक गलत अफवाह फैलाई गई है. लेकिन इस समय वन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए यह बड़ा चैलेंज बनता जा रहा कि पन्ना के जंगलों पर ग्रामीणों सहित भूमाफिया की कुल्हाड़ी को चलने से कैसे रोका जाए. क्योंकि जिले में लगभग सभी जगह इसी प्रकार लोग वन भूमि में कब्जा करने में जुटे हुए हैं.