पन्ना। कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए लगाए गए लॉकडाउन में अधिकारियों द्वारा प्रशासनिक एवं कानून व्यवस्थाओं के साथ गरीब असहाय लोगों के वैवाहिक कार्यों में भी अपनी सहभागिता निभाई जा रही है. इस दौरान वे गरीब आदिवासी बालिकाओं की शादियां भी करा रहे हैं.
बिना बाप की बेटी की शादी में हो रही थी आर्थिक समस्या
यह मामला है जिले के पवई तहसील अंतर्गत गांव कढ़ना का है, जिसमें आदिवासी बच्चियों की शादी में तहसीलदार पीएन सिंह की अगुवाई में पुलिस प्रशासन और समाजसेवियों ने निजी तौर पर शादी की सामग्री जुटाकर परिवारों को भेंट की. दिव्यांग सुक्की बाई आदिवासी, जिसके पिता इस दुनिया में नहीे हैं, का विवाह मलघन के छन्नू आदिवासी के बेटे राजेश आदिवासी से तय की गई थी. साथ मे उसी गांव में एक और विवाह दर्शन सिंह की बेटी ज्ञान बाई की शादी कटनी जिले के नयागांव निवासी सुग्रीव आदिवासी से की जा रही थी.
बगैर पिता की असहाय सुक्की आदिवासी की शादी में आर्थिक समस्या की जानकारी जब स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा तहसीलदार सिमरिया पीएन सिंह को बताई गई तो सहयोग के लिए वे आगे आए. सिमरिया थाना प्रभारी एस के द्विवेदी और चौकी प्रभारी राम अवतार पटेल के साथ दोनों जगह के पुलिस स्टाफ कर्मचारियों द्वारा मिलकर विवाह सामग्री खरीदी गई. साथ में इस विवाह में समाजसेवियों द्वारा भी सहयोग किया गया. दोनों आदिवासी जोड़े के लिए कपड़े, जूते, चप्पल सहित आर्थिक मदद की गई. साथ मे सिमरिया थाना प्रभारी द्वारा एक जोड़े के लिए गहने, पायल, बिछिया, सोने की कील और चौकी प्रभारी मोहन्द्रा द्वारा एक जोड़े के लिए पायल, विछिया का इंतजाम किया गया. समाज सेवी भास्कर पाण्डेय और विनोद जैन द्वारा एक एक जोड़े को बर्तन सामग्री सहित कपड़े दिए गए. भोजन व्यवस्था का जिम्मा जय गुरुदेव संगत मोहन्द्रा और देवेंद्र द्विवेदी द्वारा की गई.
ग्रामीणों ने सभी सहयोगियों का किया आभार व्यक्त
इसके साथ थाना में पदस्थ आरक्षक राहुल पटेल, बलवंत सिंह, अखिल शुक्ला अतुल मेहरा द्वारा भी आदिवासी बेटियों को आर्थिक मदद के तौर पर राशि दान की गई. इस प्रकार से सभी ने मिल-जुलकर विवाह में मदद की और शुभकामनाएं प्रेषित की. स्थानीय ग्रामीणों ने इस शुभ कार्य में सभी सहयोगियों का धन्यवाद व्यक्त किया है.