पन्ना। जिले के गुनौर जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत कोट के अंतर्गत आने वाले गांव बरहा खुर्द में पक्की सड़क ना होने के कारण लोगों का जीना मुश्किल हो गया है. बरसात शुरू होते ही, इस गांव में कच्ची सड़क की हालात बद से बदतर हो जाती है. सड़क पर कीचड़ ही कीचड़ होता है, पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है. इस गांव में लगभग 500 से 600 लोगों की आबादी है.
यह गांव जनपद पंचायत गुनौर के अंतर्गत आता है. ग्राम पंचायत के सरपंच और सचिव ने आज तक इस गांव की सुध नहीं ली, बरहा खुर्द के लोगों का कहना है कि, हमारे यहां बस्तियों में भी रोड दलदल में तब्दील हो चुकी है, जिससे आए दिनों इस गांव की औरतें एवं बच्चे गिरते रहते हैं. बरहा खुर्द के लोगों ने सरपंच सचिव पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि, अगर कोई बीमार हो जाता है तो, भारी बरसात में चारपाई का ही सहारा लेना पड़ता है. जिससे चार लोग के सहारे बीमार को सिमरी तक लेकर आना पड़ता है.
ग्रामीणों का कहना है कि, सभी गांव वालों ने स्वयं जिले के मुखिया कलेक्टर को आवेदन देकर अवगत कराया था, लेकिन आज तक इस गांव की रोड सिर्फ गड्ढों में ही तब्दील नजर आ रही है. बरहा खुर्द के लोगों ने गुनौर विधानसभा के विधायक से भी इस विषय पर चर्चा की थी, लेकिन आज दिनांक तक न तो रोड बनी, न ही इसे देखने कोई आया.
ग्राम पंचायत नैगवा मजरा में भी सड़क के यही हाल
जिले की पिछड़ी तहसील गुनौर के ग्राम पंचायत भिटारी के ग्राम नैगवा मजरा मगरेला कला का भी यही हाल है, संपर्क मार्ग बारिश के मौसम में कीचड़ से भर जाता है. ग्रामीणों को आवागमन में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. इस गांव की आबादी 200 से 300 की है, जिसमें लोगों को मुख्य मार्ग तक जाने के लिए बारिश के दिनों में संघर्ष करना पड़ता है.