पन्ना। मध्य प्रदेश के तीसरे बायोस्फीयर रिजर्व पन्ना टाइगर रिजर्व में ग्रीष्मकालीन पक्षी सर्वेक्षण पूरा हुआ. जिसमें कुछ आश्चर्य चकित करने वाले पक्षी इस सर्वे में दर्ज किए गये हैं. बता दें कि, फील्ड डायरेक्टर उत्तम कुमार शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि ग्रीष्मकालीन पक्षी सर्वेक्षण में कुल 195 प्रजातियों के पक्षी मिले. जिनमें से 12 प्रजातियां आईयूसीएन की संकटग्रस्त प्रजातियों की सूची में शामिल हैं. इस समर वर्ड सर्वे में भाग लेने के लिए 15 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश से 200 से अधिक आवेदन प्राप्त हुए थे. जिनमें से 7 राज्यों के 40 प्रतिभागियों का चयन कर 16 टीमें बनाई गईं. प्रत्येक टीम में एक स्थानीय गाइड भी शामिल किया गया था.
पन्ना टाइगर रिजर्व ग्रीष्मकालीन पक्षी सर्वेक्षण: इसके साथ ही 22 ऐसी प्रजातियां मिली हैं, जो मार्च में हुए सर्वेक्षण के समय में नहीं मिली थी. इनमें से ग्रीष्म काल में प्रवास पर जाने वाली कई प्रजातियां पूरे पन्ना टाइगर रिजर्व में अच्छी संख्या में देखी गई हैं. यहां पर छह प्रकार की कुक्कू कामन हॉक, पाईड, कॉमन इंडियन ग्रे बेडिल और बेंडेड बेकुक्कू मिले हैं. इंडियन पट्टा जिसे नवरंगा के नाम से भी जाना जाता है, जो अपने सुंदर रंग और आवाज से भी सभी जगह अपनी मौजूदगी का एहसास कराता रहा. वहीं मध्यप्रदेश के लिए काफी दुर्लभ पक्षी सिलेटी लेगड क्रेक ई वर्ड एप्प पर मध्यप्रदेश में पहली बार रिकार्ड किया गया है. जो पूरे मध्यप्रदेश में ना के बराबर दिखाई देता है.