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पन्ना की महारानी जितेश्वरी देवी को मिली जमानत, बेटा बोला- अभी तक आपने सुनी एक तरफा कहानी, पहले ही टूट गई थी चंवर ढुलाने की परंपरा

पन्ना की महारानी जितेश्वरी देवी को जमानत मिल गई है, फिलहाल इस मामले पर महारानी के बेटे ने कहा है कि अभी तक आपने एक तरफा कहानी सुनी है, मेरी मां ने मेरे लिए लड़ाई लड़ी है. आइए आप भी सुनिए महारानी के बेटे से पन्ना जुगल किशोर मंदिर की इनसाइड स्टोरी-

Panna Queen Jiteshwari Devi Got Bail
पन्ना की महारानी जितेश्वरी देवी को मिली जमानत
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Sep 9, 2023, 8:48 PM IST

पन्ना जुगल किशोर मंदिर की इनसाइड स्टोरी

भोपाल/पन्ना। पन्ना के जुगल किशोर मंदिर में पन्ना राजपरिवार की महारानी जीतेश्वरी देवी के विवाद और गिरफ्तारी के बाद अब महाराज छत्रसाल जू द्वितीय महाराज ने वीडियो मैसेज जारी किया है, इस वीडयो मैसेज में उन्होंने मंदिर में हुई पूरी घटना को राजपरिवार के खिलाफ षडयंत्र बताया है. महाराज छत्रसाल जू द्वितीय महाराज ने कहा कि "मुझे पुलिस प्रशासन ने मंदिर में जाने से रोक कर षडयंत्र किया, मेरी मां यानि राजमाता अपने बेटे के साथ ये अन्याय होते नहीं देख पाईं. मंदिर की परंपरा तो उसी दिन टूट गई थी जब एक चंवर हमें और दूसरी मंत्री को दी गई थी. बिना नाम लिए पन्ना महाराज छत्रसाल ने मंत्री ब्रजेन्द्र प्रताप सिंह का भी जिक्र किया.

पन्ना महाराज का संदेश मेरी मां अपने बेटे को इंसाफ दिलाने गई: महारानी के पुत्र ने कहा कि "जय जय पन्ना नगर वासियों. मैं छत्रसाल द्वितीय राजपरिवार का एक सदस्य. सब लोगों ने जैसा कि देखा एक तरफा कहानी सुनी सबने, जो कि पूरा का पूरा षडयंत्र रचा गया था. मुझे बुलाने निमंत्रण देने पुजारी खुद आते हैं कि आओ परंपरा निभाओ. कलेक्टर साहब के साथ मीटिंग भी होती है, मीटिग में भी बुलाया जाता है और हमें बुलाने के बाद मुझे पुलिस प्रशासन द्वारा रोका गया था. उसके बाद ही मेरी मां मतलब राजमाता साहब मंदिर की तरफ गई थीं, जिससे परंपरा ना टूटे. सबको पता था कि गुस्सा आएगा, अपने बेटे के साथ अन्याय देखते हुए कोई मां कैसे शांत रह सकती है. पूरा षडयंत्र रचा गया था कि पब्लिक में बदनामी हो."

पहले ही टूट गई थी परंपरा: महारानी के पुत्र ने आगे कहा कि "मेरा बस इतना निवेदन गया है आप लोगों से कि ये पूरा षडयंत्र रचा गया, जिस परंपरा की बात करते हैं पुजारी, वो तीन सौ साल पुरानी परंपरा वो दो दिन पहले ही टूट गई थी. बलदाऊ छठ यानि हरछठ के दिन दो-दो चंवर निकाली गई थी, एक हमें दी गई थी और एक मंत्री को दी गई थी. दो चंवर कभी निकली नहीं हैं, परंपरा तो उसी दिन तोड़ दी गई थी इन लोगों के द्वारा और अभी जैसे की ये परंपरा तोड़ने की भी साजिश में थे. फिर भी पन्ना नगर वासियों को मेरा निवेदन है ये जो चीजें हुई ये इससे ठेस पहुंची हो तो मुझे बड़ा दुख है ये सब हुआ, लेकिन अपने अधिकार के लिए लड़ा जाता है ये कृष्ण भगवान ने बताया है. वरना उसका दुख नहीं मनाया जाता, ये कोई नहीं देख रहा कि हमारी मां को धकेला गया. ऐसा तो नहीं था कि आरती को रोक रहे थे, बस परंपरा निभाने गए थे. अब हमारी मां को क्या पता यानि राजमाता को क्या पता कौन सा गर्भगृह है, कैसा चंवर ढुलाया जाता है. ऐसा तो कोई नहीं लिखा कि कैसे चंवर ढुलाते थे."

पन्ना महारानी की अन्याय के खिलाफ लड़ाई: महारानी के पुत्र ने आगे कहना है कि "श्री जुगल किशोर मंदिर में पूरी षडयंत्र रचा गया, वहां ना एसपी आए और ना कलेक्टर आए, ना मंत्री आए पूजा करने के लिए. मैं सोलह सत्रह साल का बच्चा जिसके पिता श्री गुजर गए, मैं केवल अपने पूर्वजों की परंपरा को निभाने आता हूं और चला जाता हूं, जो मेरे पूर्वजों की परंपरा है. जैसे वीडियो में कोशिश की गई मुझे रोकने की, मुझे घुसने नहीं दिया था मंदिर में. एसपी साहब के बयान है कि राजपरिवार का सदस्य आता है तो इन्ही लोगों को हमें गाईड करना चाहिए कि हम पहुंच जाएं टाइम से और आधा घंटे पहले पहुंचने के बाद भी पुलिस द्वारा हमें रोका गया, बताइए कहां का न्याय है. अदालत से तो इंसाफ मिलेगा ही मिलेगा, लेकिन पन्ना नगर वासियों से भी इंसाफ चाहिए कि वो जाने असलियत में हुआ क्या. ये पूरा षडयंत्र जिसमें हमारी मां शिकार हो गई, उनको जेल में डाल दिया गया. पन्ना नगर वासियों से निवेदन है कि एक तरफा कहानी सुनकर ज्यादा बोलना नहीं चाहिए, आप सोचो कितनी ठेस पहुंची कि ये सब मंदिर में हुआ. एक मां अपने बेटे के साथ अन्याय होते नहीं देख पाई, अपने साथ हुए अन्याय के खिलाफ लड़ने गई और अन्याय के खिलाफ हम लड़ते रहेंगे."

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पन्ना महारानी ने मंदिर की मर्यादा तोड़ी: पन्ना के जुगल किशोर मंदिर का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें महारानी जीतेश्वरी देवी पहले चंवर डुलाती दिखाई दे रही हैं. उसके बाद मंदिर प्रबंधन के साथ पुलिस उन्हें गर्भगृह से बाहर लाती है. मंदिर के पुजारी ने इस मामले की शिकायत पुलिस में की और ये बयान दिया कि मंदिर की तीन सौ साल पुरानी परंपरा में जुगल किशोर भगवान को केवल राजपरिवार का पुरुष ही चंवर डुला सकता है, कोई स्त्री नहीं. पुजारी देवी प्रसाद दीक्षित के मुताबिक "महारानी ने मंदिर की मर्यादा भंग की है, महारानी जीतेश्वरी के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए धारा 295 और शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने के लिए धारा 353 के तहत मामला दर्ज किया गया है."

पन्ना की महारानी जितेश्वरी देवी को मिली जमानत: जन्माष्टमी पर पन्ना के श्री जुगलकिशोर मंदिर में पन्ना महारानी जितेश्वरी देवी के हंगामे के बाद थाने में एफआईआर दर्ज हुई थी, जिसके बाद सीजीएम कोर्ट ने महारानी को जेल भेज दिया था. फिलहाल आज यानि शनिवार को जिला कोर्ट ने पन्ना की महारानी जितेश्वरी देवी को जमानत दे दी है.

पन्ना जुगल किशोर मंदिर की इनसाइड स्टोरी

भोपाल/पन्ना। पन्ना के जुगल किशोर मंदिर में पन्ना राजपरिवार की महारानी जीतेश्वरी देवी के विवाद और गिरफ्तारी के बाद अब महाराज छत्रसाल जू द्वितीय महाराज ने वीडियो मैसेज जारी किया है, इस वीडयो मैसेज में उन्होंने मंदिर में हुई पूरी घटना को राजपरिवार के खिलाफ षडयंत्र बताया है. महाराज छत्रसाल जू द्वितीय महाराज ने कहा कि "मुझे पुलिस प्रशासन ने मंदिर में जाने से रोक कर षडयंत्र किया, मेरी मां यानि राजमाता अपने बेटे के साथ ये अन्याय होते नहीं देख पाईं. मंदिर की परंपरा तो उसी दिन टूट गई थी जब एक चंवर हमें और दूसरी मंत्री को दी गई थी. बिना नाम लिए पन्ना महाराज छत्रसाल ने मंत्री ब्रजेन्द्र प्रताप सिंह का भी जिक्र किया.

पन्ना महाराज का संदेश मेरी मां अपने बेटे को इंसाफ दिलाने गई: महारानी के पुत्र ने कहा कि "जय जय पन्ना नगर वासियों. मैं छत्रसाल द्वितीय राजपरिवार का एक सदस्य. सब लोगों ने जैसा कि देखा एक तरफा कहानी सुनी सबने, जो कि पूरा का पूरा षडयंत्र रचा गया था. मुझे बुलाने निमंत्रण देने पुजारी खुद आते हैं कि आओ परंपरा निभाओ. कलेक्टर साहब के साथ मीटिंग भी होती है, मीटिग में भी बुलाया जाता है और हमें बुलाने के बाद मुझे पुलिस प्रशासन द्वारा रोका गया था. उसके बाद ही मेरी मां मतलब राजमाता साहब मंदिर की तरफ गई थीं, जिससे परंपरा ना टूटे. सबको पता था कि गुस्सा आएगा, अपने बेटे के साथ अन्याय देखते हुए कोई मां कैसे शांत रह सकती है. पूरा षडयंत्र रचा गया था कि पब्लिक में बदनामी हो."

पहले ही टूट गई थी परंपरा: महारानी के पुत्र ने आगे कहा कि "मेरा बस इतना निवेदन गया है आप लोगों से कि ये पूरा षडयंत्र रचा गया, जिस परंपरा की बात करते हैं पुजारी, वो तीन सौ साल पुरानी परंपरा वो दो दिन पहले ही टूट गई थी. बलदाऊ छठ यानि हरछठ के दिन दो-दो चंवर निकाली गई थी, एक हमें दी गई थी और एक मंत्री को दी गई थी. दो चंवर कभी निकली नहीं हैं, परंपरा तो उसी दिन तोड़ दी गई थी इन लोगों के द्वारा और अभी जैसे की ये परंपरा तोड़ने की भी साजिश में थे. फिर भी पन्ना नगर वासियों को मेरा निवेदन है ये जो चीजें हुई ये इससे ठेस पहुंची हो तो मुझे बड़ा दुख है ये सब हुआ, लेकिन अपने अधिकार के लिए लड़ा जाता है ये कृष्ण भगवान ने बताया है. वरना उसका दुख नहीं मनाया जाता, ये कोई नहीं देख रहा कि हमारी मां को धकेला गया. ऐसा तो नहीं था कि आरती को रोक रहे थे, बस परंपरा निभाने गए थे. अब हमारी मां को क्या पता यानि राजमाता को क्या पता कौन सा गर्भगृह है, कैसा चंवर ढुलाया जाता है. ऐसा तो कोई नहीं लिखा कि कैसे चंवर ढुलाते थे."

पन्ना महारानी की अन्याय के खिलाफ लड़ाई: महारानी के पुत्र ने आगे कहना है कि "श्री जुगल किशोर मंदिर में पूरी षडयंत्र रचा गया, वहां ना एसपी आए और ना कलेक्टर आए, ना मंत्री आए पूजा करने के लिए. मैं सोलह सत्रह साल का बच्चा जिसके पिता श्री गुजर गए, मैं केवल अपने पूर्वजों की परंपरा को निभाने आता हूं और चला जाता हूं, जो मेरे पूर्वजों की परंपरा है. जैसे वीडियो में कोशिश की गई मुझे रोकने की, मुझे घुसने नहीं दिया था मंदिर में. एसपी साहब के बयान है कि राजपरिवार का सदस्य आता है तो इन्ही लोगों को हमें गाईड करना चाहिए कि हम पहुंच जाएं टाइम से और आधा घंटे पहले पहुंचने के बाद भी पुलिस द्वारा हमें रोका गया, बताइए कहां का न्याय है. अदालत से तो इंसाफ मिलेगा ही मिलेगा, लेकिन पन्ना नगर वासियों से भी इंसाफ चाहिए कि वो जाने असलियत में हुआ क्या. ये पूरा षडयंत्र जिसमें हमारी मां शिकार हो गई, उनको जेल में डाल दिया गया. पन्ना नगर वासियों से निवेदन है कि एक तरफा कहानी सुनकर ज्यादा बोलना नहीं चाहिए, आप सोचो कितनी ठेस पहुंची कि ये सब मंदिर में हुआ. एक मां अपने बेटे के साथ अन्याय होते नहीं देख पाई, अपने साथ हुए अन्याय के खिलाफ लड़ने गई और अन्याय के खिलाफ हम लड़ते रहेंगे."

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पन्ना की महारानी जितेश्वरी देवी को मिली जमानत: जन्माष्टमी पर पन्ना के श्री जुगलकिशोर मंदिर में पन्ना महारानी जितेश्वरी देवी के हंगामे के बाद थाने में एफआईआर दर्ज हुई थी, जिसके बाद सीजीएम कोर्ट ने महारानी को जेल भेज दिया था. फिलहाल आज यानि शनिवार को जिला कोर्ट ने पन्ना की महारानी जितेश्वरी देवी को जमानत दे दी है.

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