पन्ना। सरकार के तमाम वादों के बाद भी भ्रष्टाचार दीमक की तरह अब भी लगा हुआ है. जो व्यवस्थाओं को अंदर से खोखला कर रहा है. ताजा मामला जिले के अजयगढ़ तहसील का है. जहां रुझ सिचाईं परियोजना में ग्रामीणों के घर और जमीन अधिग्रहण तो कर ली गई, लेकिन अब पैसा देने के लिए अधिकारी रिश्वत की मांग कर रहे हैं. यही नहीं पैसा लेने के बाद भी उनका मुआवजा नहीं दिया जा रहा है. जिससे परेशान होकर ग्रामीणों ने कलेक्टर से गुहार लगाई है.
दरअसल, अजयगढ़ में रुंझ सिंचाईं परियोजना के लिए ग्रामीणों के घर और जमीनें अधिग्रहित की गई हैं. जिसके बदले में उन्हें मुआवजा और विस्थापन के लिए राशि या कॉलोनी में बसाने की योजना है. बावजूद इसके किसानों को अपना मुआवजा लेने के लिए सरकारी अधिकारियों का जेब गर्म करना पड़ रहा है.
किसानों का कहना है एक तो वे अपनी गृहस्थी दे रहे हैं और ऊपर से घूस भी देना पड़ रहा है. वहीं भूमि अधिग्रहण में भी नियमों की अनदेखी की गई है और शासन की गाइडलाइन के अनुसार विस्थापन नहीं किया जा रहा है. जिससे वे काफी परेशान हैं. उन्होंने आरोप लगाया की रीडर एसडीएम पैसा रिलीज करने की एवज में पांच-पांच हजार रुपये की रिश्वत मांग रहा है. वहीं कलेक्टर ने भी मामले की जांच कर कार्रवाई करने की बात कही है.