पन्ना। टाइगर रिजर्व से विस्थापित आदिवासियों ने शासन के आदेशानुसार कृषि भूमि पट्टा दिलाए जाने की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन किया. इस मौके पर फील्ड डायरेक्टर से मिलने के लिए आदिवासी घंटों इंतजार करते रहे, लेकिन फील्ड डायरेक्टर उनसे नहीं मिले. प्रदर्शनकारी कार्यालय में आवेदन देकर खाली हाथ वापस लौट गए. हालांकि लोगों ने चेतावनी दी कि, अगर उनकी समस्या पर जल्द सुनवाई नहीं हुई, तो वह सब आदिवासी परिवार कार्यालय के बाहर ही भूख हड़ताल पर बैठ जाएंगे.
पीड़ित आदिवासियों का कहना है कि, हम सब परिवार आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं, यदि हम लोगों को आवेदन पत्रों का निराकरण नहीं होता, तो हम अपनी मांगों के समर्थन में 2 दिसंबर से भूख हड़ताल करेंगे. आदिवासी परिवारों को पोखरी, पन्ना या कहीं और जगह का अधिकार पट्टा दिलाया जाए. वहीं जब इस मामले में फील्ड डायरेक्टर से बात करनी चाही, तो उनके द्वारा मीटिंग की व्यस्तता बताते हुए मामले से पल्ला झाड़ लिया गया.
दरअसल, पन्ना टाइगर रिजर्व से विस्थापित 45 परिवार और टगरा तालगांव के 20 लोगों ने पन्ना कलेक्टर को भू-अधिकार देने के लिए आवेदन दिए हैं. पत्र में उन्होंने भूमिहीन होने और अपनी समस्याओं का जिक्र किया था, लेकिन पत्र पर कोई सुनवाई नहीं होने पर सभी आदिवासी परिवार बेहद निराश हैं, उनका कहना है कि, कई बार आवेदन दिया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.