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ऐसे पढ़ेंगे बच्चे, तो कैसे बढ़ेंगे ? बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़, एक शिक्षक के भरोसे चल रहा स्कूल

ग्रामीण इलाकों में स्कूलों की हालत बेहद खराब है. कहीं शिक्षक के बिना ही स्कूल चल रहे हैं, तो कहीं एक ही शिक्षक पूरे स्कूल को संभाल रहा है.

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स्कूलों में शिक्षकों की कमी
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Published : Nov 29, 2019, 9:31 PM IST

पन्ना। जिले में शिक्षा व्यवस्था की हालत खस्ता है. ग्रामीण क्षेत्रों में आलम ये है कि, स्कूलों या तो शिक्षक है ही नहीं, अगर है भी तो एक टीचर पूरे स्कूल को संभाल रहा है. ऐसे में बच्चों को गुणवत्तायुक्त शिक्षा देने की कल्पना करना भी बेमानी होगी. शिक्षकों की कमी की वजह से बच्चों की पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हो रही है. अध्यापकों की कमी की वजह से कुछ विषयों की पढ़ाई तो बच्चों को करवा दी जाती है, लेकिन बाकी विषयों को ऐसे ही छोड़ दिए जाता है.

एक शिक्षक के भरोसे चल रहा स्कूल

कांग्रेस विधायक शिवदयाल बागरी ने बताया कि उन्होंने इस मामले को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी से बात की है. उन्होंने कहा कि 'अगर शिक्षक केवल जिला मुख्यालय व कस्बों के स्कूलों में ही पढ़ाएंगे, तो गांव के स्कूलों मे ताले लग जाएंगे'.

जिले के दौरे पर पहुंचे स्कूल शिक्षा मंत्री प्रभुराम चौधरी ने दावा किया है कि 'कमलनाथ सरकार ने प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था के सुधार में कई कदम उठाए हैं'. तो वहीं जब उनसे स्कूलों में शिक्षकों की कमी को लेकर सवाल पूछा गया, तो उन्होंने गोलमोल जवाब देकर अपना पल्ला झाड़ लिया.

पन्ना। जिले में शिक्षा व्यवस्था की हालत खस्ता है. ग्रामीण क्षेत्रों में आलम ये है कि, स्कूलों या तो शिक्षक है ही नहीं, अगर है भी तो एक टीचर पूरे स्कूल को संभाल रहा है. ऐसे में बच्चों को गुणवत्तायुक्त शिक्षा देने की कल्पना करना भी बेमानी होगी. शिक्षकों की कमी की वजह से बच्चों की पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हो रही है. अध्यापकों की कमी की वजह से कुछ विषयों की पढ़ाई तो बच्चों को करवा दी जाती है, लेकिन बाकी विषयों को ऐसे ही छोड़ दिए जाता है.

एक शिक्षक के भरोसे चल रहा स्कूल

कांग्रेस विधायक शिवदयाल बागरी ने बताया कि उन्होंने इस मामले को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी से बात की है. उन्होंने कहा कि 'अगर शिक्षक केवल जिला मुख्यालय व कस्बों के स्कूलों में ही पढ़ाएंगे, तो गांव के स्कूलों मे ताले लग जाएंगे'.

जिले के दौरे पर पहुंचे स्कूल शिक्षा मंत्री प्रभुराम चौधरी ने दावा किया है कि 'कमलनाथ सरकार ने प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था के सुधार में कई कदम उठाए हैं'. तो वहीं जब उनसे स्कूलों में शिक्षकों की कमी को लेकर सवाल पूछा गया, तो उन्होंने गोलमोल जवाब देकर अपना पल्ला झाड़ लिया.

Intro:पन्ना।
एंकर:- पन्ना जिले में शिक्षा व्यवस्था पूरे तरह चरमराई हुई है जिले के कई विकासखण्डो में कई ऐसे विद्यायलय है जहां मात्र एक शिक्षक के भरोसे स्कूल चल रहा है। वही कई ऐसे विद्यालय भी है जहां एक दर्जन बच्चो में कई शिक्षक पदस्थ है जिस वजह से जिले के शासकीय विद्यालयों की पढाई व्यवस्था चरमराई हुई और देश का भविष्य कहे जाने वाले बच्चो का भविष्य भी चैपट हो रहा है।



Body:अभी हाल ही में पन्ना के गुनौर विधानसभा से कांग्रेस के लड़ले विधायक शिवदयाल बागरी ने भी जिला शिक्षा अधिकारी से मिल कर ऐसे स्कूलो को चिन्हित करके जहां पर शिक्षको की संख्या कम है या कही पर शिक्षको की संख्या जायदा है वहां पर समन्वय बनाने की और शिक्षको की व्यवस्था करने संबधी चर्चा की थी अब देखना है कि क्या स्कूलो में शिक्षको की व्यवस्था होती है या एक शिक्षक के भरोसे ही बच्चो का भविष्य बनेगा।Conclusion:वही पन्ना में योजना समिति की बैठक लेने आये मध्यप्रदेश के शिक्षामंत्री एवं पन्ना जिले के प्रभारी मंत्री डाॅ. प्रभूराम चैधरी से जब इस संबध में बात की गई कि जिले के कई स्कूल शिक्षक विहिन है और कई स्कूल एक शिक्षक के भरासे चल रहे है तो उनके द्वारा मामले से पल्ला झाडते हुये शिक्षा व्यवस्था में किये गये कार्यो का गुणगान करने दिखे।
बाईट:- 1 सुशील कुशवाहा (छात्र)
बाईट:- 2 शिवदयाल बागरी (कांग्रेस विधायक गुनौर)
बाईट:- 3 डाॅ. प्रभूराम चैधरी (म.प्र. शिक्षामंत्री एवं पन्ना प्रभारीमंत्री)
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