निवाड़ी। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी कोरोना महामारी को लेकर खौफ है. इसी डर के चलते वह जांच भी नहीं करा रहे हैं, उनको डर है कि जांच में अगर रिपोर्ट पॉजिटिव आई, तो उन्हें जाने क्या मुसीबत झेलनी पड़ेगी. जिस कारण उनके घर पहुंच रही जांच टीम से लोग अभद्रता पूर्वक घर से भगा रहे हैं. दरअसल जिले के लोहरगुआ थाना क्षेत्र के गांव में प्रशासन द्वारा रेड जोन घोषित किए गए कोरोना संक्रमित गांव में ड्यटी कर रही महिला कर्मचारियों के साथ अभद्रता करने वाले 2 लोगों के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया.
दरअसल गांव के दो युवकों की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बावजूद भी युवकों द्वारा कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने के बजाय खुलेआम घूमने से गांव में फैले संक्रमण से करीब 44 लोग संक्रमण की चपेट में आ गए, कई अपने घरों में बीमार है जिसे लेकर जिला प्रशासन द्वारा पूरे गांव को प्रतिबंधित करते हुए रेड जोन घोषित किया गया, पूरे गांव में घर-घर जाकर लोगों के स्वास्थ्य की जांच कराई जा रही है.
कोरोना कार्फ्यू के दौरान शादी में भारी भीड़, पुलिस पहुंची तो कर दिया पथराव
जहां इसी कार्य में लगी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता मीरा साहू अपनी सहायिका और आशा कार्यकर्ता सहित गांव के अशोक यादव के घर स्वास्थ्य संबंधी जानकारी लेने पहुंची, तो अशोक यादव और उनके बेटे रामपाल ने न केवल गाली-गलौच किया बल्कि मारने को दौड़े, तीन महिला कर्मचारी जान बचाकर मौके से भागकर पुलिस थाने पहुंची, जहां आंगनबाडी कार्यकर्ता मीरा साहू की शिकायत पर पुलिस ने अशोक यादव और उसके बेटे के खिलाफ धारा 353, 294, 34 सहित 51 आपदा अधिनियम एवं महामारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है.