निवाड़ी। राज्य सरकार और जिला प्रशासन लगातार लोगों से अपील कर रहा है कि कोरोना की तीसरी लहर बच्चों के लिए खतरे की घंटी. ऐसे में निवाड़ी जिले के लुहर गांव में जिला जिला पंचायत सीईओ, बच्चों से नाली साफ करवाने के लिए कहते दिखाई दे रहे हैं. लुहरगांव यह वही गांव है जहां सुपर स्प्रेडर द्वारा शादी में शामिल होकर लगभग 40 लोगों को संक्रमित किया था.
'बच्चों से साफ करवाओ नालियां'
प्रदेश के गजब अफसर का यह बयान, जिसमें वह निरीक्षण के दौरान गांव की नालियां बच्चों से साफ कराने के लिये गांव के रोजगार सहायक को निर्देश देते नजर आ रहे हैं, वह अधिकारियों को निर्देशित कर रहे हैं कि गांव में नालियां साफ करने के लिए बच्चे मिल जायेंगे, उन्हें दो-दो सौ रुपये दे दो. इसका एस्टीमेट बनवा लो और नाली साफ करा कर कचरा उठवा लो. निवाड़ी जिले के जिला पंचायत सीईओ स्वदेश मालवीय अभी हाल ही में निवाड़ी जिले के लुहरगुवा गांव के दौरे पर थे. यह वही गांव है जिसे रेड जोन घोषित किया गया है.
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एक साथ 44 ग्रामीण हुए थे पॉजिटिव
इस गांव के दो युवकों ने अपनी कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट छिपाई और बेलगाम गांव में खुलेआम घूमते रहे. इतना ही नहीं गांव में आयोजित एक शादी समारोह में भी ये दोनों युवक शामिल हुए थे. इन युवकों की लापरवाही के चलते गांव में 44 लोग कोरोना संक्रमित हुए थे और गांव के अनेक लोग बीमार होकर घरों में होम कोरंटाइन है. इस स्थिति में प्रशासन द्वारा पूरे गांव को ना केवल सील कर दिया गया है. बल्कि गांव को रेड जोन घोषित कर आने जाने पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दी है. गांव में लोगों को घरों से बाहर नहीं निकलने की सख्त हिदायत दी जा रही है. वहीं एक अफसर का ऐसा बयान कि गांव के बच्चों को बुलाकर नाली साफ करा लो. इससे साफ है कि बेलगाम अधिकारियों को ना तो सरकार का कोई भय है और ना ही उन्हें अपने पद की गरिमा का अहसास.
जिम्मेदारी से परे बयान
जिले स्तर के अधिकारी को सार्वजनिक रूप से इस तरह गैर जिम्मेदार तरीके की बात कर बच्चों के जीवन से खिलवाड़ करने का कोई हक नहीं है और साहब यही तक नहीं रूके, जहां अधिकारियों को कोरोना ग्रस्त लोगों का हौसला अफजाई करना चाहिये, वहां अधिकारी शासन- प्रशासन की पोल खोलते हुये कह रहे हैं कि न तो ऑक्सीजन है न ही बेड और वेंटिलेटर तो है ही नही.