निवाड़ी। उपचुनाव के लिए नामांकन की शुक्रवार को आखिरी तारीख है. आज भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी शिशुपाल यादव (BJP Candidate Shishupal Yadav) नामांकन दाखिल करेंगे. नामांकन दाखिल कराने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) स्वयं सुबह 11 बजे पृथ्वीपुर पहुंचकर सभा को संबोधित करेंगे और 12 बजे निवाड़ी रिटर्निंग कार्यालय जाकर नामांकन जमा कराएंगे. इसके अलावा सीएम शिवराज बीजेपी की प्रतिमा बागरी के लिए भी नामांकन कराएंगे.
आज 8 अक्टूबर है नामांकन की अंतिम तिथि
बता दें कि एक तारीख से 8 अक्टूबर तक नामांकन जमा किए जाने थे, जिसमें 7 तारीख को कांग्रेस पार्टी ने नामांकन जमा किये. जबकि 7 तारीख को ही भारतीय जनता पार्टी ने अपने प्रत्याशी ही घोषित किये, जिन्होंने गुरुवार को कार्यालय जाकर नामांकन फॉर्म ले लिया था. आज फॉर्म को जमा किया जाएगा. वहीं 30 अक्टूबर को वोटिंग होगी और दो नवंबर को मतगणना होगी.
पृथ्वीपुर ( विधानसभा)
उम्मीदवार: नितेन्द्र सिंह राठौर (कांग्रेस), शिशुपाल यादव (बीजेपी)
पूर्व मंत्री और विधायक बृजेन्द्र सिंह राठौर के निधन से पृथ्वीपुर सीट खाली हुई है. सांत्वना लहर का फायदा उठाने के लिए कांग्रेस ने यहां से बृजेन्द्र सिंह राठौर के बेटे नितेन्द्र सिंह राठौर को टिकट दिया है. बृजेन्द्र सिंह राठौर का क्षेत्र में अच्छा दबदबा था, इसलिए उनके बेटे को टिकट देने का विरोध भी देखने को नहीं मिला. इस सीट पर बीजेपी ने शिशुपाल सिंह यादव को टिकट दिया है.
कुल मतदाता
सीट का नाम | पृथ्वीपुर |
मतदाता | 2,06,000 |
पुरुष | 1,29,860 |
महिला | 76,240 |
विधानसभा क्षेत्र की प्रमुख जातियां/उप जातियां
जातियां - दलित, ओबीसी, सवर्ण
अनुसूचित जाति - अहिरवार, कोरी/बुनकर
ओबीसी - यादव, कुशवाहा, डीमर, लौधी/पटेल/कुर्मी
सवर्ण - ब्राह्मण, ठाकुर
पृथ्वीपुर से 1 बार जीती है भाजपा
दिवंगत विधायक बृजेन्द्र सिंह राठौर ने पांच चुनाव जीते थे और सिर्फ एक ही विधानसभा चुनाव हारे. 2008 में परिसीमन के बाद से अलग बनी पृथ्वीपुर विधानसभा सीट पर तीन बार चुनाव हुए, जिसमें से दो बार कांग्रेस के बृजेन्द्र सिंह राठौर और एक बार बीजेपी के हिस्से में यह सीट आई थी. बीजेपी ने कांग्रेस के नितेन्द्र सिंह राठौर के मुकाबले बीजेपी ने शिशुपाल यादव पर दांव लगाया है. 2018 के विधानसभा चुनाव में शिशुपाल यादव ने समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा था. शिशुपाल अब बीजेपी से उम्मीदवार हैं.
रैगांव (विधानसभा)
रैगांव में प्रतिमा बागरी भरेंगी पर्चा
बता दें कि सतना की रैगांव विधानसभा सीट पर उपचुनाव का मुकाबला कांग्रेस की कल्पना वर्मा और बीजेपी की प्रतिमा बागरी के बीच है. अनुसूचित जाति बहुल्य इस विधानसभा सीट हुए दस चुनावों में पांच बार बीजेपी उम्मीदवार ने जीत दर्ज की है. इस सीट पर अनुसूचित जाति और ओबीसी वर्ग के मतदाता अहम भूमिका निभाते हैं, वहीं सवर्ण मतदाताओं को साधने में पार्टियां जुटी रहती हैं. कांग्रेस की कल्पना वर्मा पिछले चुनाव में दूसरे नंबर पर रही थीं.
उम्मीदवार: प्रतिमा बागरी (बीजेपी), कल्पना वर्मा (कांग्रेस)
बीजेपी विधायक जुगल किशोर बागरी के निधन से खाली हुई सीट पर जुगल किशोर बागरी के दोनों बेटे पुष्पराज बागरी और देवराज बागरी भी अपना दावा ठोंक रहे थे. बीजेपी ने दोनों को दरकिनार करते हुए प्रतिमा बागरी को टिकट दिया है. क्योंकि इस सीट पर बागरी परिवार का दबदबा रहा है. कांग्रेस ने यहां के कल्पना वर्मा को अपना उम्मीदवार बनाया है. सीट के समीकरणों को देखकर दोनों ही प्रत्याशी अपनी-अपनी जीत का दावा ठोंक रहे हैं.
बीजेपी का रिकॉर्ड बाकियों से बेहतर
सतना जिले के रैगांव विधानसभा सीट का गठन सन 1977 में हुआ था, रैगांव विधानसभा सीट पर अब तक 10 बार चुनाव हो चुका है, जिसमें 5 बार बीजेपी और 2 बार कांग्रेस का कब्जा रहा है, जबकि एक बार बहुजन समाज पार्टी ने चुनाव जीता था, इसके अलावा 2 बार अन्य दलों का कब्जा रहा, ऐसे में रैगांव सीट पर बीजेपी की जीत का प्रतिशत सबसे अधिक रहा है. यही वजह है कि रैगांव विधानसभा सीट बीजेपी के प्रभाव वाली सीट मानी जाती है. रैगांव विधानसभा क्षेत्र में अब तक 10 विधानसभा चुनाव हुए हैं, जिसमें से पांच बार बीजपी ने जीत दर्ज की है, वहीं दो बार कांग्रेस, एक बार बीएसपी और दो बार अन्य दलों के उम्मीदवारों ने जीत का स्वाद चखा है.
रैगांव विधानसभा का जातीय समीकरण
सतना जिले की रैगांव विधानसभा सीट पर आदिवासी और दलित मतदाता सबसे अधिक हैं. जाति में कुशवाहा, सेन, विश्वकर्मा, बागरी और ब्राह्मण समाज के मतदाता प्रमुख भूमिका निभाते हैं. अनुसूचित जाति एवं ओबीसी वर्ग के प्रभाव वाली इस सीट पर सियासी दलों की नजर सवर्ण वोटरों पर भी रहती है, यही वजह है कि बीजेपी-कांग्रेस इन वर्गों के बीच सक्रिय हो चुकी हैं.
अहम मुद्दे
रैगांव उपचुनाव में शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क और बरगी नहर का पानी रैगांव विधानसभा क्षेत्र के मुख्य मुद्दे हैं, रैगांव विधानसभा क्षेत्र में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव है, बेहतर इलाज के लिए लोगों को सतना या दूसरे शहरों का रुख करना पड़ता है, शिक्षा का भी यही हाल है, इसके अलावा सड़क और पानी के मुद्दों को लेकर यहां के वोटरों में नाराजगी साफ देखी जा सकती है.
वहीं गुरुवार को खंडवा लोकसभा उपचुनाव (Khandwa By Election) के लिए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने प्रत्याशी ज्ञानेश्वर पाटिल का नामांकन भरवाया. ज्ञानेश्वर पाटिल के नाम की घोषणा होने के बाद पहले से तय कार्यक्रम के तहते सीएम शिवराज सिंह चौहान और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा (VD Sharma) खंडवा पहुंचे थे. इस दौरान सीएम शिवराज और वीडी शर्मा ने जनसभा को संबोधित भी किया.