ETV Bharat / state

नीमच: महिलाएं ले रही पुलिस भर्ती प्रशिक्षण

author img

By

Published : Feb 22, 2021, 5:02 PM IST

नीमच जिले में पुलिस विभाग में भर्ती प्रशिक्षण लेने लिए महिलाएं और युवतियां आगे आ रही है. नीमच में चल रहे इस नि:शुल्क प्रशिक्षण शिविर में कई युवा भी हिस्सा ले रहे है और पुलिस भर्ती के लिए ट्रेनिंग ले रहे हैं.

Neemuch
पुलिस भर्ती प्रशिक्षण

नीमच। मन में कुछ कर गुजरने का जज्बा हो तो मंजिल आसान हो जाती है नीमच में कुछ इसी तरह का जज्बा पुलिस भर्ती की कोचिंग लेने पहुंच रही बालिकाओं, महिलाओं में देखने को मिल रहा है. यहां चल रहे पुलिस प्रशिक्षण कार्यक्रम में पहले घर की जिम्मेदारी फिर कुछ कर गुजरने की तमन्ना के लिए बालिका और महिला भाग ले रही है. खास बात यह है कि पूरे मध्यप्रदेश में मात्र नीमच में ही महिला बाल विकास विभाग व पुलिस व खेल विभाग संयुक्त रूप से नि:शुल्क इस तरह का प्रशिक्षण दे रहा है. इस प्रशिक्षण में ऐसी महिला व बालिका ने भाग लिया है जो बांछड़ा समुदाय की है, ये महिलाएं देह व्यापार से जुड़ी होती है वे कुरीतियों से दूर होकर समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के उद्देश्य ये प्रशिक्षण ले रही है. इस दौरान बांछड़ा समुदाय की 20 युवतियां कोचिंग ले रही है.

पुलिस भर्ती प्रशिक्षण

गरीब छात्रों को मिल रहा सबसे ज्यादा लाभ

इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का सबसे ज्यादा लाभ उन गरीब बच्चों को मिल पा रहा है जो कि पैसे के अभाव में प्रतियोगिता परीक्षा में भाग नहीं ले पाते हैं. ऐसे कई विद्यार्थी प्रतिदिन नीमच में चल रही कोचिंग का लाभ ले रहे हैं, जिसमें बांछड़ा समुदाय की महिलाओं के साथ अजा-जजा विमुक्त व गरीब परिवारों के बालक-बालिकाओं को प्रतिदिन लिखित परीक्षा, फिजिकल ट्रेनिंग और रिटर्न आदि की तैयारी कराई जा रही है. पुलिस अधिकारियों का प्रयास है कि पुलिस के प्रशिक्षण कार्यक्रम में जितने भी युवा भाग ले रहे हैं. इसके लिए एक विशेष व्यक्ति प्रतिदिन 2 से 5:30 बजे तक विभिन्न सत्रों में तैयारी करवा रहे हैं, प्रशिक्षण कार्यक्रम में आने के लिए युवक-युवतियों को परिचय पत्र बनाया गया है, जिससे बस परिवहन में भी इनका किराया नहीं लगता है.

एमपी पुलिस भर्ती: झाबुआ में प्रशिक्षण कैंप का आयोजन, रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू

पति की प्रेरणा से महिलाएं पहुंची प्रशिक्षण लेने

इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में एक और खास बात यह है कि इस बार करीब 15 महिलाएं भी पुलिस भर्ती की तैयारी के लिए पुलिस के प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग ले रही है. महिला पहले घर की जिम्मेदारी निभाती है उसके बाद 2 बजे कोचिंग सेंटर पहुंचती और यहां ट्रैक सूट में नजर आती है. ईटीवी को मोनिका ने बताया कि उनका विवाह 2004 में हो गया था और उनका 15 वर्ष का बेटा भी है. महिलाओं के विरुद्ध बढ़ते अपराधों को देखते हुए पति ने उन्हें महिला पुलिस में भर्ती होने के लिए प्रेरित किया है और अब उनके मन में भी पुलिस में भर्ती होने का जज्बा जाग गया है और वह रोज ट्रेनिंग ले रही है.

प्रशिक्षण देने वाला शिक्षक 80% दिव्यांग

पुलिस का परीक्षण कार्यक्रम महिला बाल विकास के माध्यम से 1 फरवरी से शुरू हो चुका जो 3 मार्च तक आयोजित होगा. कोचिंग सेंटर में प्रशिक्षण लेने वाले छात्रों का प्रति रविवार को टेस्ट भी लिया जाता. प्रशिक्षण केंद्र की खास बात यह है कि जो इन छात्रों को प्रशिक्षण दे रहे है वह टीचर ही 80% दिव्यांग है. इस पूरे 25 कहीं ना कहीं हर व्यक्ति में जज्बा दिखाई दे रहा है.

नीमच। मन में कुछ कर गुजरने का जज्बा हो तो मंजिल आसान हो जाती है नीमच में कुछ इसी तरह का जज्बा पुलिस भर्ती की कोचिंग लेने पहुंच रही बालिकाओं, महिलाओं में देखने को मिल रहा है. यहां चल रहे पुलिस प्रशिक्षण कार्यक्रम में पहले घर की जिम्मेदारी फिर कुछ कर गुजरने की तमन्ना के लिए बालिका और महिला भाग ले रही है. खास बात यह है कि पूरे मध्यप्रदेश में मात्र नीमच में ही महिला बाल विकास विभाग व पुलिस व खेल विभाग संयुक्त रूप से नि:शुल्क इस तरह का प्रशिक्षण दे रहा है. इस प्रशिक्षण में ऐसी महिला व बालिका ने भाग लिया है जो बांछड़ा समुदाय की है, ये महिलाएं देह व्यापार से जुड़ी होती है वे कुरीतियों से दूर होकर समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के उद्देश्य ये प्रशिक्षण ले रही है. इस दौरान बांछड़ा समुदाय की 20 युवतियां कोचिंग ले रही है.

पुलिस भर्ती प्रशिक्षण

गरीब छात्रों को मिल रहा सबसे ज्यादा लाभ

इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का सबसे ज्यादा लाभ उन गरीब बच्चों को मिल पा रहा है जो कि पैसे के अभाव में प्रतियोगिता परीक्षा में भाग नहीं ले पाते हैं. ऐसे कई विद्यार्थी प्रतिदिन नीमच में चल रही कोचिंग का लाभ ले रहे हैं, जिसमें बांछड़ा समुदाय की महिलाओं के साथ अजा-जजा विमुक्त व गरीब परिवारों के बालक-बालिकाओं को प्रतिदिन लिखित परीक्षा, फिजिकल ट्रेनिंग और रिटर्न आदि की तैयारी कराई जा रही है. पुलिस अधिकारियों का प्रयास है कि पुलिस के प्रशिक्षण कार्यक्रम में जितने भी युवा भाग ले रहे हैं. इसके लिए एक विशेष व्यक्ति प्रतिदिन 2 से 5:30 बजे तक विभिन्न सत्रों में तैयारी करवा रहे हैं, प्रशिक्षण कार्यक्रम में आने के लिए युवक-युवतियों को परिचय पत्र बनाया गया है, जिससे बस परिवहन में भी इनका किराया नहीं लगता है.

एमपी पुलिस भर्ती: झाबुआ में प्रशिक्षण कैंप का आयोजन, रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू

पति की प्रेरणा से महिलाएं पहुंची प्रशिक्षण लेने

इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में एक और खास बात यह है कि इस बार करीब 15 महिलाएं भी पुलिस भर्ती की तैयारी के लिए पुलिस के प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग ले रही है. महिला पहले घर की जिम्मेदारी निभाती है उसके बाद 2 बजे कोचिंग सेंटर पहुंचती और यहां ट्रैक सूट में नजर आती है. ईटीवी को मोनिका ने बताया कि उनका विवाह 2004 में हो गया था और उनका 15 वर्ष का बेटा भी है. महिलाओं के विरुद्ध बढ़ते अपराधों को देखते हुए पति ने उन्हें महिला पुलिस में भर्ती होने के लिए प्रेरित किया है और अब उनके मन में भी पुलिस में भर्ती होने का जज्बा जाग गया है और वह रोज ट्रेनिंग ले रही है.

प्रशिक्षण देने वाला शिक्षक 80% दिव्यांग

पुलिस का परीक्षण कार्यक्रम महिला बाल विकास के माध्यम से 1 फरवरी से शुरू हो चुका जो 3 मार्च तक आयोजित होगा. कोचिंग सेंटर में प्रशिक्षण लेने वाले छात्रों का प्रति रविवार को टेस्ट भी लिया जाता. प्रशिक्षण केंद्र की खास बात यह है कि जो इन छात्रों को प्रशिक्षण दे रहे है वह टीचर ही 80% दिव्यांग है. इस पूरे 25 कहीं ना कहीं हर व्यक्ति में जज्बा दिखाई दे रहा है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.