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Neemuch MP मनासा के सरकारी अस्पताल में डिलेवरी के लिए नर्सों ने की रुपयों की डिमांड - अस्पताल के स्टाफ को फटकार

नीमच जिले के मनासा के सरकारी अस्पताल में डिलेवरी कराने के लिए नर्सें रुपयों की डिमांड करती हैं. जब एसडीएम ने अस्पताल का निरीक्षण किया तो इस प्रकार की शिकायतें मरीजों ने की. इस पर एसडीएम ने अस्पताल के स्टाफ को फटकार लगाई और मामले के जांच के आदश दिए. एसडीएम का कहना है कि दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. Nurses demand money for delivery, Neemuch Manasa government hospital, SDM angry hospital staff

Nurses demand money for delivery
डिलेवरी के लिए नर्सों ने की रुपयों की डिमांड
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Published : Aug 11, 2022, 4:02 PM IST

मनासा (नीमच)। सरकारी अस्पताल में डिलीवरी कराने के नाम पर रुपये मांगने का मामला सामने आया है. इस बार स्वास्थ्यकर्मी के परिजनों से मनासा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर नर्सों ने डिलेवरी के लिए रुपये ले लिए. पीड़ित ने एसडीएम पवन बारिया से शिकायत की. इसके बाद एसडीएम ने अस्पताल पहुंचकर स्टाफ को फटकार लगाई और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही.

स्वाास्थ्य विभाग के कर्मचारी से ही मांगी रिश्वत : दरअसल, प्रसूता के जेठ राम धनगर ने आरोप लगाते हुए बताया कि वह मंदसौर स्वास्थ्य विभाग में कर्मचारी हैं. नर्सों ने डिलेवरी के लिए 2000 रुपये की मांग की थी. मगर परिजनों ने उस समय उन्हें 1500 रुपये दे दिए. जब परिजनों ने बताया कि वे स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी के परिवार से हैं तो रुपए वापस कर दिए. इसके बाद स्वास्थ्य कर्मचारियों का बर्ताव बदल गया और बच्चे को भी नीमच रेफर कर दिया. राम धनगर का आरोप है कि पैसे वापस लिए जाने से कर्मचारी नाराज हो गए और यह दुर्व्यवहार किया. इसी तरह का आरोप रामनिवास मेघवाल नामक युवक ने लगाया. उनसे भी 3000 रुपए की मांग की गई. जिसमें उन्होंने ढाई हजार नर्सों को दिए.

सरकारी अस्पताल में प्रसव करवाने के बदले ली रिश्वत, फिर भी नहीं बचा पाए बच्चे की जान

एसडीएम बोले- जांच करवा रहे हैं : इस मामले में एसडीएम पवन बारिया ने कहा है कि नर्सों द्वारा रुपये मांगने की शिकायत मिली है. इसकी हम जांच करवा रहे हैं. गौरतलब है कि सरकारी अस्पतालों में लगातार भ्रष्टाचार की शिकायतें आती रहती हैं. गरीब व मजबूर लोगों का शोषण डिलेवरी व स्वास्थ्य सुविधा के नाम पर किया जा रहा है. यहां तो स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी से ही विभाग के कर्मचारी पैसों की मांग कर रहे हैं.

मनासा (नीमच)। सरकारी अस्पताल में डिलीवरी कराने के नाम पर रुपये मांगने का मामला सामने आया है. इस बार स्वास्थ्यकर्मी के परिजनों से मनासा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर नर्सों ने डिलेवरी के लिए रुपये ले लिए. पीड़ित ने एसडीएम पवन बारिया से शिकायत की. इसके बाद एसडीएम ने अस्पताल पहुंचकर स्टाफ को फटकार लगाई और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही.

स्वाास्थ्य विभाग के कर्मचारी से ही मांगी रिश्वत : दरअसल, प्रसूता के जेठ राम धनगर ने आरोप लगाते हुए बताया कि वह मंदसौर स्वास्थ्य विभाग में कर्मचारी हैं. नर्सों ने डिलेवरी के लिए 2000 रुपये की मांग की थी. मगर परिजनों ने उस समय उन्हें 1500 रुपये दे दिए. जब परिजनों ने बताया कि वे स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी के परिवार से हैं तो रुपए वापस कर दिए. इसके बाद स्वास्थ्य कर्मचारियों का बर्ताव बदल गया और बच्चे को भी नीमच रेफर कर दिया. राम धनगर का आरोप है कि पैसे वापस लिए जाने से कर्मचारी नाराज हो गए और यह दुर्व्यवहार किया. इसी तरह का आरोप रामनिवास मेघवाल नामक युवक ने लगाया. उनसे भी 3000 रुपए की मांग की गई. जिसमें उन्होंने ढाई हजार नर्सों को दिए.

सरकारी अस्पताल में प्रसव करवाने के बदले ली रिश्वत, फिर भी नहीं बचा पाए बच्चे की जान

एसडीएम बोले- जांच करवा रहे हैं : इस मामले में एसडीएम पवन बारिया ने कहा है कि नर्सों द्वारा रुपये मांगने की शिकायत मिली है. इसकी हम जांच करवा रहे हैं. गौरतलब है कि सरकारी अस्पतालों में लगातार भ्रष्टाचार की शिकायतें आती रहती हैं. गरीब व मजबूर लोगों का शोषण डिलेवरी व स्वास्थ्य सुविधा के नाम पर किया जा रहा है. यहां तो स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी से ही विभाग के कर्मचारी पैसों की मांग कर रहे हैं.

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