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अब किसानों को रुला रहा प्याज ! लागत मूल्य तक नहीं मिल रहा, खेतों में फेंकने का मजबूर - Neemuch onion farmers in loss

नीमच के प्याज किसान परेशान हैं. उन्होंने अपनी मेहनत का मुनाफा तो दूर लागत तक नहीं मिल पा रही है. किसानों की मानें तो एक बीघा प्याज की खेती पर जहां 40 हजार का खर्च आता है, वहीं 10 हजार रुपए इन्हें बेचकर मिल रहे हैं.

Neemuch onion farmers in loss
नीमच के प्याज किसान परेशान हैं
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Published : Feb 2, 2022, 3:27 PM IST

Updated : Feb 2, 2022, 3:56 PM IST

नीमच। नासिक के बाद मध्यप्रदेश का नीमच, मंदसौर भी प्याज के उत्पादक क्षेत्रों में गिना जाता है और इन दिनों मध्य प्रदेश की सबसे बड़ी प्याज मंडी नीमच में किसानों को प्याज के लागत दाम नहीं मिलने के कारण काफी नुकसान हो रहा है. किसानों को प्याज को खेतों में ही फेंकने को मजबूर होना पड़ रहा है. किसानों का कहना है कि मंडी तक जाने में खर्चा और होगा, जबकि छोटे प्याज के दाम ₹4 रुपए से ₹7 किलो तक ही मिल पा रहे हैं.

नीमच के प्याज किसान परेशान हैं
लागत मूल्य भी नहीं मिलने से किसान परेशान
किसानों का कहना है कि मंडी में छोटे प्याज के दाम ₹4 रुपए से ₹7 किलो तक ही मिल पा रहे हैं, जबकि अच्छी क्वालिटी वाले प्याज 12 से 25 रुपए तक बिक रहा है. ऐसे में प्याज खेती की लागत तो निकल ही नहीं पा रही है और उल्टा प्याज को मंडी तक ले जाने में और राशि खर्च करनी पड़ेगी, जिससे मुनाफा तो नहीं मिलेगा और नुकसान ही उठाना पड़ेगा. वही प्याज को ज्यादा समय तक स्टॉक नहीं किया जा सकता है, ऐसे में किसान प्याज को अपने खेतों में ही फेंकने को मजबूर होना पड़ रहा है.
एक बीघा खेती में 40 हजार तक का आता है खर्च

किसानों का कहना है कि प्याज और लहसुन की खेती एक बीघा में करने पर उसकी लागत करीब 35000 से 40000 तक आती है. किसानों का यह भी कहना है कि कम से कम मंडी में 4000 क्विंटल के अनुमान से तो भाव मिलने ही चाहिए. नीमच मंडी व्यापारी आकाश गोयल का कहना है कि मंडी में रोज 2000 से 3000 बोरी प्याज पहुंच रहा है, प्याज की आवक के चलते छोटे प्याज के दाम किसानों को कम मिल पा रहे हैं. वही अच्छी क्वालिटी के प्याज 20 से ₹25 किलो तक भी खरीदे जा रहे हैं. (loss to onion farmers) (Neemuch onion farmers in loss)

नीमच। नासिक के बाद मध्यप्रदेश का नीमच, मंदसौर भी प्याज के उत्पादक क्षेत्रों में गिना जाता है और इन दिनों मध्य प्रदेश की सबसे बड़ी प्याज मंडी नीमच में किसानों को प्याज के लागत दाम नहीं मिलने के कारण काफी नुकसान हो रहा है. किसानों को प्याज को खेतों में ही फेंकने को मजबूर होना पड़ रहा है. किसानों का कहना है कि मंडी तक जाने में खर्चा और होगा, जबकि छोटे प्याज के दाम ₹4 रुपए से ₹7 किलो तक ही मिल पा रहे हैं.

नीमच के प्याज किसान परेशान हैं
लागत मूल्य भी नहीं मिलने से किसान परेशान
किसानों का कहना है कि मंडी में छोटे प्याज के दाम ₹4 रुपए से ₹7 किलो तक ही मिल पा रहे हैं, जबकि अच्छी क्वालिटी वाले प्याज 12 से 25 रुपए तक बिक रहा है. ऐसे में प्याज खेती की लागत तो निकल ही नहीं पा रही है और उल्टा प्याज को मंडी तक ले जाने में और राशि खर्च करनी पड़ेगी, जिससे मुनाफा तो नहीं मिलेगा और नुकसान ही उठाना पड़ेगा. वही प्याज को ज्यादा समय तक स्टॉक नहीं किया जा सकता है, ऐसे में किसान प्याज को अपने खेतों में ही फेंकने को मजबूर होना पड़ रहा है.
एक बीघा खेती में 40 हजार तक का आता है खर्च

किसानों का कहना है कि प्याज और लहसुन की खेती एक बीघा में करने पर उसकी लागत करीब 35000 से 40000 तक आती है. किसानों का यह भी कहना है कि कम से कम मंडी में 4000 क्विंटल के अनुमान से तो भाव मिलने ही चाहिए. नीमच मंडी व्यापारी आकाश गोयल का कहना है कि मंडी में रोज 2000 से 3000 बोरी प्याज पहुंच रहा है, प्याज की आवक के चलते छोटे प्याज के दाम किसानों को कम मिल पा रहे हैं. वही अच्छी क्वालिटी के प्याज 20 से ₹25 किलो तक भी खरीदे जा रहे हैं. (loss to onion farmers) (Neemuch onion farmers in loss)

Last Updated : Feb 2, 2022, 3:56 PM IST
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