नीमच। कोरोना वायरस को लेकर लागू लॉकडाउन के बीच राजस्थान के कोटा में फंसे प्रदेश के 197 छात्र देर रात आठ बसों द्वारा मध्य प्रदेश के एंट्री पॉइंट सिंगोली पहुंचे. प्रदेश की सीमा में प्रवेश करते ही, सभी का चेकअप किया गया. इसके बाद जिले के छात्रों को छोड़कर बाकी छात्रों को देर रात रवाना किया गया.
जिले के अलावा मंदसौर, रतलाम, झाबुआ, आलीराजपुर और धार के छात्र राजस्थान-मध्य प्रदेश सीमा सिंगोली पहुंचे थे, जहां मेडिकल चेकअप के बाद छात्रों को देर रात रवाना कर दिया. बता दें कि, मध्यप्रदेश के कई विद्यार्थी कोटा में रहकर इंजीनियरिंग, मेडिकल सहित विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे थे. उनके परिजन लगातार मध्य प्रदेश सरकार से छात्रों की घर वापसी की गुहार लगा रहे थे. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उच्च स्तरीय बैठक कर अधिकारियों को इस बारे में कार्ययोजना बनाकर अमल में लाने के निर्देश दिए. तब ग्वालियर से बसें कोटा भेजी गईं और छात्रों को घर वापस लाने की कवायद शुरू हुई.
कोटा से आए छात्रों में जिले के 44 छात्र शामिल हैं, जिन्हें शहर के सज्जन बाग स्थित होटल में क्वारंटाइन किया गया है. सिंगोली आए छात्रों की व्यवस्था के लिए जिला परिवहन अधिकारी विक्रम सिंह राठौर, जावद एसडीएम दीपक चौहान, एसडीओपी एम एल मौर्य, सिंगोली टीआई आनंद सिंह आजाद, खाद्य सुरक्षा अधिकारी राजू सोलंकी और डॉ राजेश मीणा के साथ स्वास्थ्य अमला मौजूद था.