नरसिंहपुर। बदलते मौसम के साथ ही हैजा का प्रकोप भी तेजी से बढ़ने लगा है. चंद्रपुरा, मलाह, पिपरिया सहित कई गांवों में हैजा फैलने की खबर है. इस बीमारी के चलते लगभग 3 दर्जन से अधिक लोग जिला अस्पताल में भर्ती कराए गए हैं. मरीजों में उल्टी-दस्त आदि के लक्षण पाए जा रहे हैं. हैजा के चलते एक महिला गुड्डी बाई और एक पुरुष रतन लाल की मौत हो चुकी है. लगातार मरीजों का अस्पताल में आना जारी है. मरीजों की बढ़ती संख्या ने जिला अस्पताल की स्थापित व्यवस्थाओं को भी दवाब में ला दिया है.
पानी सप्लाई में गंदगी के चलते बढ़ा हैजा का प्रकोप: नरसिंहपुर जिला इस समय हैजा फैलने की बीमारी से जूझ रहा है. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, पानी सप्लाई लाइन में फैली गंदगी की वजह से हैजे का प्रकोप बढ़ रहा है. हालांकि स्वास्थ्य विभाग की टीम ने संक्रमित गांव में पहुंचकर लोगों का इलाज करना शुरू कर दिया है. वहीं, जिला अस्पताल में भर्ती मरीजों में महिलाएं और बच्चों की संख्या अत्यधिक है और जिला प्रशासन द्वारा स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट किया गया है.
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पिछले महीने मुरैना में बिगड़ी थी 50 बच्चों की तबियत: मुरैना जिले के तीन गांवों में हीट स्ट्रोक से 40-50 बच्चों की तबीयत खराब हो गई थी. सभी बच्चे उल्टी और दस्त से पीड़ित बताए जा रहे थे. इस घटना को लेकर स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया गया था. हैजा की भी आशंकाएं जताई जा रही थीं. तीन गांवों में हैजा फैलने की सूचना के बाद प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग भी सक्रिय हुआ. विभाग ने इन गांवाें में अपनी डॉक्टरों की टीम भेजी थी ताकि गांवों में हैजा फैलने से रोका जा सके (morena children sick with heat stroke)
(Two die of cholera in Narsinghpur district) (Three dozen people hospitalized) (Three dozen people sick with cholera) (Cholera by contaminated water)