नरसिंहपुर। नरसिंहपुर जिले में बिजली चोरी के मामले में तीन किसान को जेल में डालने का मामला सामने आया है. मामला करेली थाना क्षेत्र का है. दरअसल पुलिस ने गांव में जाकर बुजुर्ग किसान एवं उसके दो साथी किसानों को हथकड़ी डाल कर कोर्ट में खड़ा कर दिया. प्रकरण 2012 का है, जिनमें किसानों की बगैर जानकारी के वसूली के साथ-साथ चोरी के प्रकरण भी बना दिए गए. यहां पुराने बिजली चोरी के प्रकरण में तीन किसानों को तीन दिन तक जेल में कैद रखा.
बिजली चोरी के मामले में कोर्ट से निकला वारंट
करेली थाना अंतर्गत ग्राम मालहनवाड़ा के एक 74 वर्षीय किसान रामप्रसाद कौरव का 44 हजार रुपये का बिल बकाया था. जो उसने जमा कर दिया था, फिर बाद में उसपर 2000 रुपये बिजली चोरी के प्रकरण में न्यायालय द्वारा वारंट जारी किया गया. किसान का कहना है कि जब उतने पैसा दे दिये तो 2 हजार भी दे देते. पुलिस ने किसान रामप्रसाद को जेल भेज दिया और तीन दिन बाद पैसा जमा करने और विभाग की एनओसी के आधार पर उसे रिहा किया गया.
दो हजार रुपये की राशि के लिए किसान को डाला जेल
बुजुर्ग किसान राम प्रसाद का कहना है कि उन्हें दो हजार की जुर्माना राशि के बारे में जानकारी नहीं थी. केवल दो हजार के लिए मुझे जेल भेज दिया. जब उतने पैसा दे दिये तो 2 हजार भी दे देते.
चोरी के प्रकरण बनाकर दो ओर को डाला जेल
मालहवाड़ा ग्राम के ही दो सगे भाई सुमंत कौरव और रमेश कौरव को बिजली चोरी के प्रकरण में जेल भेजा गया था. जिनका 28 हजार के लगभग बिजली चोरी प्रकरण था. वहीं किसान का कहना है कि मेरे नाम पर पंप का कनेक्शन है और मेरे भाई का घर का कनेक्शन है लेकिन एक ही कनेक्शन पर दोनों भाइयों पर प्रकरण बनाकर दोनों को जेल भेज दिया गया. गाडरवारा थाना में भी चार किसानों को बिजली चोरी के प्रकरण में जेल की हवा खानी पड़ी.
कोर्ट से वारंट आया था
इस पूरे मामले में पुलिस का कहना है कि कोर्ट से तीनों किसानों के वारंट प्राप्त हुए थे. इनको बुलाया गया था. इनके खिलाफ 135 ,138 विद्युत अधिनियम से संबंधित 2013 के प्रकरण थे. जिन्हें कोर्ट में पेश किया गया था.