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मिट्टी के कटाव से खोखला हो रहा आदिवासी क्षेत्र में बना पुल, बना रहता है टूटने का खतरा - श्रीनगर से कटकोही मार्ग

नरसिंहपुर के श्रीनगर से कटकोही मार्ग पर, घाघरा नदी के पुल पर बना रपटा मिट्टी के कटाव के कारण खोखला हो गया है.

Hollowing bridge
खोखला हो रहा पुल
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Published : Nov 8, 2020, 5:00 PM IST

नरसिंहपुर। गोटेगांव के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र श्रीनगर से कटकोही मार्ग पर, घोघरा नदी के पुल पर बना रपटा खोखला हो गया है. इसके अलावा पुल के नीचे मिट्टी का कटाव हो गया है, जिससे पुल का आधा हिस्सा कभी भी गिर सकता है. इस मार्ग में दिन-रात ग्रामीणों का आगमन होता है लेकिन रपटा पुल की मरम्मत करने कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. यह एकमात्र पुल है जो गांव को शहरी क्षेत्रों से जोड़ता है. ऐसे में अगर इस पुल का सुधार कार्य नहीं किया गया तो, यह जल्दी टूट सकता है और कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है.

खोखला हो रहा पुल

कटकोही गांव के ग्रामीण बताते हैं कि रपटा पुल के नीचे मिट्टी का कटाव लंबे समय से हो रहा है, जिससे वाहनों की आवाजाही के दौरान डर बना रहता है कि कोई बड़ी दुर्घटना ना हो जाए. फुल पर ग्रील भी नहीं लगाई गई है. इस पुल से रोजाना 6 से ज्यादा गांव के लोग आवगमन करते हैं. वहीं इस पुल का निर्माण 30 साल पहले हुआ, जिसके बाद से अब इस ओर कोई भी ध्यान नहीं दे रहा है.

ये भी पढ़ें- नरसिंहपुर रेलवे हॉस्पिटल में लगा कैंसर जागरूकता कैंप, रेलकर्मियों को बताए गए लक्षण और उपाय

ग्रामीणों ने बताया कि पुल से थोड़ी दूर ही कटकोही ग्राम पंचायत भवन और आंगनबाड़ी सोसाइटी है. इससे इस पुल पर से लगातार लोगों का आवगमन बना रहता है. जल्द पुल की मरम्मत नहीं हुई तो कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है.

नरसिंहपुर। गोटेगांव के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र श्रीनगर से कटकोही मार्ग पर, घोघरा नदी के पुल पर बना रपटा खोखला हो गया है. इसके अलावा पुल के नीचे मिट्टी का कटाव हो गया है, जिससे पुल का आधा हिस्सा कभी भी गिर सकता है. इस मार्ग में दिन-रात ग्रामीणों का आगमन होता है लेकिन रपटा पुल की मरम्मत करने कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. यह एकमात्र पुल है जो गांव को शहरी क्षेत्रों से जोड़ता है. ऐसे में अगर इस पुल का सुधार कार्य नहीं किया गया तो, यह जल्दी टूट सकता है और कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है.

खोखला हो रहा पुल

कटकोही गांव के ग्रामीण बताते हैं कि रपटा पुल के नीचे मिट्टी का कटाव लंबे समय से हो रहा है, जिससे वाहनों की आवाजाही के दौरान डर बना रहता है कि कोई बड़ी दुर्घटना ना हो जाए. फुल पर ग्रील भी नहीं लगाई गई है. इस पुल से रोजाना 6 से ज्यादा गांव के लोग आवगमन करते हैं. वहीं इस पुल का निर्माण 30 साल पहले हुआ, जिसके बाद से अब इस ओर कोई भी ध्यान नहीं दे रहा है.

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ग्रामीणों ने बताया कि पुल से थोड़ी दूर ही कटकोही ग्राम पंचायत भवन और आंगनबाड़ी सोसाइटी है. इससे इस पुल पर से लगातार लोगों का आवगमन बना रहता है. जल्द पुल की मरम्मत नहीं हुई तो कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है.

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