नरसिंहपुर। कोरोना वायरस के चलते किए गए लॉकडाउन के दौरान जिले की सीमाएं सील हैं. जिले में आने और बाहर जाने पर सख्त पाबंदी है. अर्जेंट सुविधा के लिए ई-पास जारी किए जा रहे हैं, लेकिन रेलवे द्वारा बरती जा रही कोताही कहीं जानलेवा साबित न हो जाए, क्योंकि मजदूरों के लिए चलाई जा रही श्रमिक ट्रेन में दूसरे जिले के रेलवे कर्मचारियों का आना-जाना हो रहा है और उनके जांच के भी कोई प्रबंध नहीं हैं.
इस पूरे मामले में कलेक्टर का कहना है कि उन्हें ऐसे कोई मामले की जानकारी नहीं है. कलेक्टर ने कहा कि ये संभव ही नहीं है अगर फिर भी कोई मामला सामने आता है तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी. अगर ऐसा मामला सामने आता है कि ट्रेन में मजदूरों के अलावा दूसरे लोग बैठ रहे हैं. तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
नरसिंहपुर फिलहाल ग्रीन जोन में है. जिले की सीमाओं पर चेक पोस्ट बनाए गए हैं. यहां अब तक एक भी संक्रमित नहीं पाया गया है. जिले की बार्डर पर दिन-रात मॉनिटरिंग की जा रही है. सुरक्षा में कई जवान तैनात हैं. इन सबके बाद रेलवे द्वारा बरती जा रही लापरवाही भारी पड़ सकती है.
बता दें कि बीते 22 मार्च से ही भारतीय रेल रेवा बंद है. जनता कर्फ्यू के बाद किए गए लॉकडाउन के चलते जो मजदूर दूसरे राज्यों में फंस गए थे उनकी घर वापसी के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाने की मंजूदी दी गई है. हालांकि मालगाड़ी लॉकडाउन के बाद से ही चल रही हैं.