नरसिंहपुर| राजनेता कब करवट बदल लें और कब राजनीतिक मित्र एक दूसरे के शत्रु बन जाएं कहा नहीं जा सकता. कुछ ऐसा ही नरसिंहपुर में देखने को मिल रहा है. अच्छे मित्र रहकर मंच साझा करने वाले लोकसभा सांसद उदय प्रताप और तेंदूखेड़ा विधायक संजय शर्मा के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई है. दोनों ही नेता अब एक-दूसरे के प्रति हमलावर हो गए हैं.
दरअसल, विधानसभा चुनाव में बीजेपी से टिकट न मिलने पर विधायक संजय शर्मा कांग्रेस में शामिल हो गए और टिकट लेकर जीत भी गए. अब चुनाव मैदान में कांग्रेस ने उदय प्रताप के खिलाफ शैलेन्द्र सिंह को उतारा है तो संजय शर्मा ने बीजेपी और उदय प्रताप को आड़े हाथों लेते हुए उन पर आरोप लगाए हैं कि आज तक सासंद जी ने अपने संसदीय क्षेत्र में कोई भी विकास कार्य नहीं कराया है. वहीं सांसद उदय प्रताप भी संजय शर्मा के बयान पर पलटवार करते हुए जनता द्वारा विकास कार्यों के आधार पर सबक सिखाने की बात कह रहे हैं और लोकसभा चुनाव को मोदी vs कांग्रेस न मानते हुए अराजक-भ्रष्टाचार vs राष्ट्रवाद का चुनाव बता रहे हैं
गौरतलब है कि सांसद उदय प्रताप और विधायक संजय शर्मा दोनों ही तेंदूखेड़ा विधानसभा क्षेत्र से हैं और सांसद उदय प्रताप पहले तेंदूखेड़ा विधानसभा से विधायक भी रह चुके हैं और दोनों नेताओं के बीच सालों तक दोस्ताना संबंध रहे हैं जो आज एक दूसरे के विरोधी माने जाते हैं.