नरसिंहपुर। कोरोना संकट के बीच मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार ने फैसला लिया है कि इस साल कोरोना महामारी को देखते हुए भगवान गणेश की मनमोहक झांकियां नहीं सजेंगी और लोग घरों में ही पूजा करेंगे.सरकार ने मूर्तिकारों से अपील की है कि वे छोटी मूर्ति ही बनाएं. जबकि सार्वजनिक रूप से गणेश मूर्ति बैठाने या सामूहिक विसर्जन पर इस साल रोक रहेगी. सरकार के इस आदेश से कई मूर्तिकारों की रोजी-रोटी बन आई है. 22 अगस्त शुरू होने वाले गणेश उत्सव की तैयारी इन मूर्तिकारों ने महीनों पहले ही कर दी थी, अब ऐसे में जो मूर्तियां बन गईं हैं, अगर उनकी बिक्री नहीं होगी तो उन्हें आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा.
ईटीवी भारत से मूर्तिकार मंगल प्रजापति ने बात करते हुए अपना दर्द बयां किया. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन में तो पहले ही धंधा चौपट हो गया था. कच्चे माल से लेकर तमाम चीजें मिलने में भारी परेशानी हुई. इसके बाद अब बड़ी मूर्ति नहीं बिकेंगी तो उनका घर कैसे चलेगा. वो तो पहले ही मूर्तियां बना चुके हैं. लागत लग चुकी है. आठ महीने पहले से कर्ज लेकर इस काम को शुरू किया था. ऐसे में अब अचानक सरकार ये आदेश देती है तो फिर सभी मूर्तिकारों को लाखों को नुकसान होगा. उनकी आय का सिर्फ यही एक जरिया है.
मूर्तिकारों ने सरकार से अपील की है, अगर इस तरह का आदेश लाया जाता है, तो फिर सभी उन जैसे मूर्तिकारों को राहत पैकेज मिलना चाहिए. ताकि वे अपना घर चला सकें. नहीं तो खाने के भी लाले पड़ जाएंगे. ऊपर से लाखों का कर्ज और हो गया है वो अलग.
बता दें प्रदेश सरकार ने मौजूदा स्थितियों को देखते हुए फैसला लिया था कि इस बार तमाम त्योहार सादगी से मनाए जाएं. रक्षाबंधन, ईद जैसे त्योहार भी सादगी पूर्वक ही मनाए गए. वहीं अब गणेश उत्सव में पंडाल और बड़ी मूर्तियों पर रोक रहेगी.