नरसिंहपुर। नर्मदा नदी के घाटों पर आए दिन डूबकर लोगों की मौत हो जाती है. यहां सावधानी के बोर्ड नहीं लगे होने के कारण लोग गहरे पानी में उतर जाते हैं. उन्हें घाटों पर न तो कोई समझाने वाला होता और न तो यहां कोई सूचना पट ही है. इधर दो दिन पहले बरमान घाट में डूबे 2 बच्चों में से एक का शव 3 दिन बाद मिला है.
नर्मदा नदी के घाटों पर जबलपुर, उज्जैन या ओंकारेश्वर की तरह सूचना पटल का अभाव है, जबकि जिले के बरमान घाट, गोविंदाचार्य वन, मुआर घाट सहित कई स्थल श्रद्धालुओं की श्रद्धा का केंद्र हैं. प्रदेश भर के लोग यहां जान हथेली पर लेकर डुबकी लगा रहे हैं.
इधर सूचना पट के नहीं होने के कारण बढ़ते हादसों के बारे में कलेक्टर दीपक सक्सेना से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि नर्मदा गहरी नदी है, इसलिए यहां आए दिन हादसे होते हैं. फिलहाल प्रशासन यहां सूचना पट लगाने का काम कर रहा है.