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FIR नहीं लिखने पर गैंगरेप पीड़िता ने लगाई फांसी, चौकी प्रभारी सहित 5 गिरफ्तार, ASP-SDOP सस्पेंड

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Published : Oct 3, 2020, 12:04 PM IST

Updated : Oct 3, 2020, 5:00 PM IST

उत्तर प्रदेश के हाथरस और बलरामपुर के बाद मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर में भी अनुसूचित जाति की महिला के साथ गैंगरेप हुआ, जब वो पुलिस के पास शिकायत लिखाने गई तो पुलिस ने उसके परिजनों को टॉर्चर किया. जिससे परेशान होकर पीड़िता ने आत्महत्या कर ली. पढ़िए पूरी खबर..

narsinghpur
FIR नहीं लिखने पर गैंगरेप पीड़िता ने लगाई फांसी

नरसिंहपुर। यूपी के हाथरस और बलरामपुर की घटना से देश अभी उभर भी नहीं पाया था कि मध्यप्रदेश के सतना-खरगोन, जबलपुर और नरसिंहपुर से भी अनुसूचित जाति की महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आ गया. मामला नरसिंहपुर के चीचली थाना अंतर्गत एक गांव का है. जानकारी के मुताबिक गैंगरेप की घटना 28 सितंबर की है, लेकिन ये मामला तब सामने आया, जब रेप पीड़िता ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. वारदात के बाद पीड़िता और उसका परिवार अपनी फरियाद लेकर पुलिस थाने पहुंचे तो उनकी शिकायत तक दर्ज नहीं की गयी. उलटा पुलिस वालों ने उन्हें परेशान किया.

राजेश तिवारी, निलंबित एएसपी

पीड़ित परिवार ने चीचली थाने की पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वो चीचली थाने पहुंचे तो थाना प्रभारी ने शिकायत लिखने की बजाय उल्टा फरियादी को ही गाली गलौज कर थाने में रातभर बंद रखा और सुबह दो हजार की रिश्वत लेकर उसे छोड़ दिया. जिससे पीड़िता बहुत व्यथित हो गई. जिसके बाद पीड़िता ने आत्महत्या कर ली. पीड़िता की आत्महत्या के बाद पुलिस हरकत में आई और 5 लोगों पर सामूहिक दुष्कर्म और लोगों पर आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया. इस मामले में आज सुबह तक एक महिला सहित 4 युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया है.

जानिए पूरा मामला-

मृतका के पति ने गाडरवारा के एसडीओपी सीताराम यादव को बताया कि उसकी पत्नी 28 सितंबर को गांव में खेत पर चारा काटने गई थी. जहां पर परसू, गुड्डा और अनिल नाम के तीन लोगों ने उसके साथ गैंगरेप किया. शाम को घर आने पर पीड़िता ने ये बात परिजनों को बताई. इसके बाद सभी रात को ही गोटीटोरिया पुलिस चौकी पहुंचे, जहां उनसे आवेदन लेकर सुबह मेडिकल कराने की बात कही गई.

पीड़ित परिवार का आरोप है कि जब दूसरे दिन 29 सितंबर को वे चौकी पहुंचे तो उनकी रिपोर्ट नहीं लिखी गई. 30 सितंबर को वे चीचली थाना पहुंचे, जहां उनकी फरियाद सुनने के बजाय पुलिसकर्मियों ने महिला के पति और जेठ को ही लॉकअप में बंद कर दिया, जबकि पीड़िता के साथ भी गालीगलौच की गई. आरोप है कि महिला के परिजन को छोड़ने के एवज में पुलिस ने उनसे पैसे भी लिए. इस व्यवहार से परेशान होकर महिला ने 2 अक्टूबर की सुबह घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.

वहीं इस मामले में एसडीओपी सीताराम यादव का कहना था कि महिला के साथ तीन लोगों द्वारा दुष्कर्म की शिकायत आयी है. मामले की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दे दी गई है. जांच जारी है, पीड़ितों के बयान ले लिए गए हैं, जो दोषी होगा, उस पर कार्रवाई की जाएगी.

  • मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj ने कहा कि मध्यप्रदेश में माताओं-बहनों के साथ अपराध किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। दुष्कृत्य करने वाले नरपिशाच हैं, इन्हें सभ्य समाज में रहने का कोई अधिकार नहीं है। इन्हें इनके किये की कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी। कोई दोषी नहीं बचेगा।

    — Office of Shivraj (@OfficeofSSC) October 2, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

घटना पर मुख्यमंत्री की सख्ती-

इस घटना पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सख्ती दिखाते हुए एएसपी और एसडीओपी को तत्काल पद से हटाने के निर्देश दिए. तो चौकी प्रभारी पर मामला दर्ज कर लिया गया, जबकि घटना पर पूर्व सीएम कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं. सीएम ने तत्काल प्रभाव से चौकी प्रभारी पर मामला दर्ज कर गिरफ्तार करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही एसपी और एसडीओपी को भी तत्काल पद से हटा दिया गया है. जबकि छुट्टी पर चल रहे एसपी से भी तुरंत स्पष्टीकरण मांगा गया है.इस बात की जानकारी मुख्यमंत्री ऑफिस से ट्वीट कर दी गयी है. जिसमें लिखा है कि मध्यप्रदेश में माताओं-बहनों के साथ अपराध किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. दुष्कृत्य करने वाले नरपिशाच हैं, इन्हें सभ्य समाज में रहने का कोई अधिकार नहीं है. इन्हें इनके किए की कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी. कोई दोषी नहीं बचेगा.

  • खरगोन , सतना , जबलपुर के बाद अब नरसिंहपुर के चिचली थाना के अंतर्गत एक गाँव में एक दलित महिला से गैंगरेप की घटना होने पर पीड़िता की कोई सुनवाई नहीं हुई , उल्टा पीड़िता के परिजनो को ही प्रताड़ित करने की बात सामने आयी है।मजबूरीवश पीड़िता ने अपनी जान दे दी।

    — Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) October 2, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

विपक्ष का सरकार पर वार-

घटना पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शिवराज सरकार पर निशाना साधा. कमलनाथ ने लिखा कि खरगोन, सतना, जबलपुर के बाद अब नरसिंहपुर के चिचली थाना के अंतर्गत एक गांव में एक दलित महिला से गैंगरेप की घटना होने पर पीड़िता की कोई सुनवाई नहीं हुई, उल्टा पीड़िता के परिजनों को ही प्रताड़ित करने की बात सामने आयी है. जिससे आहत होकर पीड़िता ने अपनी जान दे दी. वहीं इस मामले पर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर प्रदेश की सरकार पर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि पुलिस महकमे में जब राजनीति ज्यादा बढ़ जाती है, अधिकारियों को ऐसा लगने लगता है कि उन्हें विशेष आशीर्वाद प्राप्त है, वो अपने कर्तव्य भूल जाते हैं, नेताओं के पीछे घूमने लगते हैं फिर गैंगरेप जैसी घटनाएं होती हैं.

नरसिंहपुर। यूपी के हाथरस और बलरामपुर की घटना से देश अभी उभर भी नहीं पाया था कि मध्यप्रदेश के सतना-खरगोन, जबलपुर और नरसिंहपुर से भी अनुसूचित जाति की महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आ गया. मामला नरसिंहपुर के चीचली थाना अंतर्गत एक गांव का है. जानकारी के मुताबिक गैंगरेप की घटना 28 सितंबर की है, लेकिन ये मामला तब सामने आया, जब रेप पीड़िता ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. वारदात के बाद पीड़िता और उसका परिवार अपनी फरियाद लेकर पुलिस थाने पहुंचे तो उनकी शिकायत तक दर्ज नहीं की गयी. उलटा पुलिस वालों ने उन्हें परेशान किया.

राजेश तिवारी, निलंबित एएसपी

पीड़ित परिवार ने चीचली थाने की पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वो चीचली थाने पहुंचे तो थाना प्रभारी ने शिकायत लिखने की बजाय उल्टा फरियादी को ही गाली गलौज कर थाने में रातभर बंद रखा और सुबह दो हजार की रिश्वत लेकर उसे छोड़ दिया. जिससे पीड़िता बहुत व्यथित हो गई. जिसके बाद पीड़िता ने आत्महत्या कर ली. पीड़िता की आत्महत्या के बाद पुलिस हरकत में आई और 5 लोगों पर सामूहिक दुष्कर्म और लोगों पर आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया. इस मामले में आज सुबह तक एक महिला सहित 4 युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया है.

जानिए पूरा मामला-

मृतका के पति ने गाडरवारा के एसडीओपी सीताराम यादव को बताया कि उसकी पत्नी 28 सितंबर को गांव में खेत पर चारा काटने गई थी. जहां पर परसू, गुड्डा और अनिल नाम के तीन लोगों ने उसके साथ गैंगरेप किया. शाम को घर आने पर पीड़िता ने ये बात परिजनों को बताई. इसके बाद सभी रात को ही गोटीटोरिया पुलिस चौकी पहुंचे, जहां उनसे आवेदन लेकर सुबह मेडिकल कराने की बात कही गई.

पीड़ित परिवार का आरोप है कि जब दूसरे दिन 29 सितंबर को वे चौकी पहुंचे तो उनकी रिपोर्ट नहीं लिखी गई. 30 सितंबर को वे चीचली थाना पहुंचे, जहां उनकी फरियाद सुनने के बजाय पुलिसकर्मियों ने महिला के पति और जेठ को ही लॉकअप में बंद कर दिया, जबकि पीड़िता के साथ भी गालीगलौच की गई. आरोप है कि महिला के परिजन को छोड़ने के एवज में पुलिस ने उनसे पैसे भी लिए. इस व्यवहार से परेशान होकर महिला ने 2 अक्टूबर की सुबह घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.

वहीं इस मामले में एसडीओपी सीताराम यादव का कहना था कि महिला के साथ तीन लोगों द्वारा दुष्कर्म की शिकायत आयी है. मामले की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दे दी गई है. जांच जारी है, पीड़ितों के बयान ले लिए गए हैं, जो दोषी होगा, उस पर कार्रवाई की जाएगी.

  • मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj ने कहा कि मध्यप्रदेश में माताओं-बहनों के साथ अपराध किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। दुष्कृत्य करने वाले नरपिशाच हैं, इन्हें सभ्य समाज में रहने का कोई अधिकार नहीं है। इन्हें इनके किये की कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी। कोई दोषी नहीं बचेगा।

    — Office of Shivraj (@OfficeofSSC) October 2, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

घटना पर मुख्यमंत्री की सख्ती-

इस घटना पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सख्ती दिखाते हुए एएसपी और एसडीओपी को तत्काल पद से हटाने के निर्देश दिए. तो चौकी प्रभारी पर मामला दर्ज कर लिया गया, जबकि घटना पर पूर्व सीएम कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं. सीएम ने तत्काल प्रभाव से चौकी प्रभारी पर मामला दर्ज कर गिरफ्तार करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही एसपी और एसडीओपी को भी तत्काल पद से हटा दिया गया है. जबकि छुट्टी पर चल रहे एसपी से भी तुरंत स्पष्टीकरण मांगा गया है.इस बात की जानकारी मुख्यमंत्री ऑफिस से ट्वीट कर दी गयी है. जिसमें लिखा है कि मध्यप्रदेश में माताओं-बहनों के साथ अपराध किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. दुष्कृत्य करने वाले नरपिशाच हैं, इन्हें सभ्य समाज में रहने का कोई अधिकार नहीं है. इन्हें इनके किए की कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी. कोई दोषी नहीं बचेगा.

  • खरगोन , सतना , जबलपुर के बाद अब नरसिंहपुर के चिचली थाना के अंतर्गत एक गाँव में एक दलित महिला से गैंगरेप की घटना होने पर पीड़िता की कोई सुनवाई नहीं हुई , उल्टा पीड़िता के परिजनो को ही प्रताड़ित करने की बात सामने आयी है।मजबूरीवश पीड़िता ने अपनी जान दे दी।

    — Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) October 2, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

विपक्ष का सरकार पर वार-

घटना पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शिवराज सरकार पर निशाना साधा. कमलनाथ ने लिखा कि खरगोन, सतना, जबलपुर के बाद अब नरसिंहपुर के चिचली थाना के अंतर्गत एक गांव में एक दलित महिला से गैंगरेप की घटना होने पर पीड़िता की कोई सुनवाई नहीं हुई, उल्टा पीड़िता के परिजनों को ही प्रताड़ित करने की बात सामने आयी है. जिससे आहत होकर पीड़िता ने अपनी जान दे दी. वहीं इस मामले पर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर प्रदेश की सरकार पर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि पुलिस महकमे में जब राजनीति ज्यादा बढ़ जाती है, अधिकारियों को ऐसा लगने लगता है कि उन्हें विशेष आशीर्वाद प्राप्त है, वो अपने कर्तव्य भूल जाते हैं, नेताओं के पीछे घूमने लगते हैं फिर गैंगरेप जैसी घटनाएं होती हैं.

Last Updated : Oct 3, 2020, 5:00 PM IST
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