नरसिंहपुर। आपने कई कोरोना योद्धाओं के बारे में सुना होगा, लेकिन नरसिंहपुर में दो कोरोना योद्धा ऐसे में भी हैं जो एक अनोखी मिसाल पेश कर रहे हैं. चार सदस्यों के एक परिवार के दो ऐसे योद्धा दिन रात कोरोना को मात देने में जुटे हैं, जहां पिता लोगों को कोरोना से बचने के लिए नियम कायदे का पालन करवा रहे हैं, वहीं बेटी अस्पताल में सेवा देकर कोरोना पीड़ितों का इलाज कर रही है. हम बात कर रहे हैं, नरसिंहपुर ज़िले के करेली थाना प्रभारी अनिल सिंघई और उनके बेटी की, जो लगातार कोरोना काल में देश की सेवा कर रहे हैं.
जहां साठ साल से ज्यादा उम्र के लोगों को घर से निकलने पर पाबंदी है. तो उसी दौर में शहर को कोरोना से महफूज रखने शिद्दत से जुटे हैं 61 साल के ये पुलिस अफसर करेली थाना प्रभारी अनिल सिंघई, वे शहर में लोगों को समझाइश दे रहे हैं. लोगों से लॉकडाउन के नियमों का पालन करने को लेकर जागरूक कर रहे हैं.
तो वहीं इस परिवार की लाडली ओजस्विनी प्रदेश के सबसे बड़े कोविड केयर सेंटर में कोरोना मरीजों को सेहतमंद करने में जुटी हैं. कोरोना पीड़ितों के बीच प्रदेश के सबसे बड़े रेड जोन इंदौर के अरविंदो अस्पताल से पीजी कर रही डॉक्टर ओजस्विनी सिंघई इन दिनों कोविड-19 मरीजों का इलाज कर रही हैं.
जब कभी डॉक्टर बेटी की परिवार वालों से बात होती है तो हमेशा कोरोना को हराने के जज्बे से लवरेज ओजस्विनी परिवार वालों की हौसला अफजाई ही करतीं हैं, वहीं इस बहादुर बेटी के टीआई पिता भी बेटी के हौसलों को उड़ान देकर खुद भी अपनी ड्यूटी में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे. दिन हो या रात हर दम हर पल ड्यूटी पर तैनात हैं ये दोनों कोरोना योद्धा.
बढ़ती हुई मरीजो की संख्या और कई मौतों को करीब से देखने के बाद खतरनाक बीमारी से डंटकर लड़ने का बेमिसाल हौसला कभी कम ना हुआ. माता पिता को हौसलों के साथ देश वासियों के लिए भी एक डॉक्टर का संदेश बेहद खास है.