नरसिंहपुर। शादी विवाह में बैंड-बाजा और शहनाई बजाकर रौनक बढ़ाने वाले बंशकार समाज के लोगों के सामने अब रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है. कोरोना के चलते सभी तरह के कार्यक्रम स्थगित कर दिए गए हैं, जिसकी वजह से बैंज- बाजा वालों की हालत खस्ता हो गई है.
कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते पूरे भारत में लॉकडाउन है. बड़े से बड़े और छोटे से छोटे तबके के लोगों तक इसका असर देखने को मिल रहा है. शादी- विवाह में ढोल- शहनाइयां बजाकर जीवन यापन करने वालों के सामने अब भुखमरी के हालात पैदा हो गए हैं. इन लोगों को अब आर्थिक संकट से जूझना पड़ रहा है. शादी के सीजन में काम करने का इस बार इन्हें मौका ही नहीं मिला, इसका असर सीधा इनके परिवारों पर देखने को मिल रहा है. बिगड़ती हुई आर्थिक स्थिति से परेशान इन लोगों ने प्रदेश सरकार से मदद की गुहार लगाई है.
बैंड बाजा बजाने वालों की स्थिति खराब
इन्हें करीबन 2 महीने से कोई काम नहीं मिला है और जो शादी का सीजन था, वह भी खत्म हो गया है. छोटे-छोटे बच्चे और परिवार में सदस्यों का पालन पोषण नहीं कर पा रहे हैं. सरकार द्वारा इन्हें अनाज तो मिला, लेकिन वह भी खत्म हो चुका है. कर्ज लेकर बैंड बाजे का सामान खरीदा था, जिसका अभी तक पैसा नहीं चुकाया गया है, लॉकडाउन की वजह से कर्ज नहीं चुका पा रहे हैं, जिससे समस्यों का अंबार खड़ा हो गया है. इन लोगों के पास करने के लिए कोई दूसरा रोजगार भी नहीं है, क्योंकि इनका काम पुश्तैनी है और यह वर्षों से यही कार्य करते आ रहे हैं.