नरसिंहपुर। प्रदेश सरकार आदिवासियों के विकास के लिए कई योजनाएं चलाने का दावा करती है. वहीं गोटेगांव तहसील के आदिवासी गांव सिलवानी में लचर स्वास्थ्य सेवाएं इन दावों पर सवाल खड़ा कर देती हैं. गांव में स्वास्थ्य केंद्र बना तो जरुर है, लेकिन धूल फांक रहा है. जिसके चलते ग्रामीण इलाज के लिए शहर जाने को मजबूर हैं.
बता दें सिलवानी स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत 16 गांव आते हैं. बावजूद इसके यहां कोई भी डॉक्टर नियुक्त नहीं किया गया है. ग्रामीणों ने बताया कि बारिश के मौसम में अगर कोई बीमार हो जाता है तो उसे इलाज के लिए शहर ले जाना पड़ता है. रास्ते में पड़ने वाले नालों के चलते उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इसके अलावा समय पर बच्चों का टीकाकरण भी नहीं हो पा रहा है.
ग्रामीण कई बार जिला प्रशासन को आवेदन कर चुके हैं, बावजूद इसके अभी तक सिलवानी स्वास्थ्य केंद्र, स्वास्थ्य सेवाओं और डॉक्टर की राह देख रहा है.
वहीं गोटेगांव बीएमओ श्याम सुंदर सिंह ने बताया कि मामले की उच्च अधिकारियों को लिखित में शिकायत दे दी गई है. अब जिला प्रशासन के निर्देश के बाद ही यहां स्वास्थ्य सेवाएं बहाल हो पाएंगी.