मुरैना। चंबल अंचल में बाढ़ के हालात धीरे-धीरे सामान्य होने लगे हैं. इस बार आई बाढ़ ने चंबल अंचल के गांव को बर्बाद कर दिया है और यही कारण है कि अब बाढ़ पीड़ितों को मरहम लगाने के लिए नेता उनके बीच पहुंचने लगे है. सीएम शिवराज और सिंधिया के बाद अब केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने भी बाढ़ प्रभावित इलाका का दौरा किया.Morena flood News
बाढ़ पीड़ितों को मिलेगा मुआवजा: बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करते हुए केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि, "हर साल अंचल में बाढ़ आने से लोगों की बर्बादी होती है और इस बार भी यही हालात बने थे. अब श्योपुर और मुरैना जिले में सर्वे का काम पूरा हो गया है और मकान और पशु धन से संबंधित है जो पैसा है वह पीड़ितों के खाते में जमा कर दिया गया है. हफ्ते भर के भीतर जो खेती का मुआवजा है वह भी किसानों को मिल जाएगा. हर बार बाढ़ से नीचे बसे गांव प्रभावित होते हैं, इसलिए अबकी बार है यह तय किया है कि गांव को कहीं दूसरी जगह विस्थापित किया जाएगा. इसको लेकर कुछ गांव के लोगों ने सहमति दी है, प्रशासन इस पर कार्य कर रहा है."
Govind Singh in Sheopur: "बाढ़ प्राकृतिक आपदा नहीं, प्रायोजित आपदा"
एमपी में ब्यूरोक्रेसी नहीं है हावी: केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने प्रदेश के पंचायत ग्रामीण मंत्री महेंद्र सिसोदिया के बयान का पलटवार करते हुए कहा है कि, "शिवराज सिंह की सरकार में कोई ब्यूरोक्रेसी हावी नहीं है, मध्यप्रदेश में कलेक्टर एसपी से लेकर पटवारी तक अपना काम कर रहे हैं. बाढ़ पीड़ित क्षेत्रों में भी सभी अधिकारियों ने लोगों का भरपूर सहयोग किया है, लेकिन ब्यूरोक्रेसी बिल्कुल भी मध्यप्रदेश में हावी नहीं है. राजनेताओं के अपने क्षेत्र के काम भी अधिकारी लगातार कर रहे हैं और किसी भी राजनेता को कोई परेशानी नहीं है, इस समय केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के दौरे में आए हुए हैं और लगातार ग्रामीण इलाकों का दौरा कर रहे हैं."