मुरैना। जिले में यातायात और पुलिस मिलकर सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए जागरूकता अभियान चला रही है. साथ ही दुर्घटनाओं को रोकने के उपायों के लिए लोगों को जागरूक करने का काम कर रहे हैं. जिसके तहत हैप्पी फ्रेंड्स क्लब के कार्यकर्ताओं ने पुलिस के साथ मिलकर लोगों को फूल मालाएं पहनाकर यातायात के नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित किया.
एक साल में करीब एक हजार से अधिक सड़क दुर्घटनाएं
बता दें कि मुरैना जिले में हर साल करीब 1200 से अधिक सड़क दुर्घटनाओं में ढाई सौ से अधिक लोगों की मौत हो जाती है, वहीं करीब 1500 लोग दुर्घटना में घायल हो जाते हैं, जिसे लेकर पुलिस और समाज चिंतित है. इस पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस और यातायात विभाग मिलकर समय-समय पर जागरूकता अभियान चलाता है, साथ ही नियमों का पालन कराने के लिए चेकिंग अभियान के तहत जुर्माना भी लगाते हैं, इसके बावजूद सड़क दुर्घटनाओं में कमी नहीं आ रही.
सड़क दुर्घटनाएं नहीं हो रहीं कम
साल 2017 में जिले में 1 हजार 117 सड़क दुर्घटनाएं हुई थीं, जिनमें 1 हजार 149 लोग घायल हुए और 277 लोगों की मौत हुई. सन् 2018 में 1,059 सड़क दुर्घटनाएं हुई, जिनमें 1 हजार 248 लोग घायल हुए, तो वहीं 256 लोगों की मौत हुई. बता दें कि साल 2019 में 1 हजार 079 सड़क दुर्घटना में 1 हजार 181 लोग घायल हुए, जिनमें 217 लोगों की मौत हुई. इन सभी सड़क दुर्घटना में ज्यादातर मौत का कारण सिर पर चोट लगना है.
अतिक्रमण मुक्त सड़क बनाने लोगों को किया प्रेरित
सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत इस बार पुलिस ने स्कूली छात्र-छात्राओं को जन जागरूकता अभियान का हिस्सा बनाकर सड़क दुर्घटना के गंभीर परिणामों से अवगत कराया. साथ ही यातायात सुगम रहे, इसके लिए सड़क पर अतिक्रमण करने वाले व्यवसायियों को भी समझाइश देकर अतिक्रमण मुक्त सड़क बनाने के लिए भी लोगों को प्रेरित किया.