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यातायात जागरूकता अभियान जारी, हर साल होती है एक हजार से अधिक सड़क दुर्घटनाएं

मुरैना जिले में यातायात और पुलिस मिलकर सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत जागरूकता अभियान चला रही है. जिसमें हैप्पी फ्रेंड्स क्लब के कार्यकर्ताओं ने पुलिस के साथ मिलकर लोगों को फूल मालाएं पहनाकर यातायात के नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित किया.

Traffic Awareness Campaign to curb road accidents
सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने यातायात जागरुकता अभियान
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Published : Jan 20, 2020, 12:27 PM IST

Updated : Jan 20, 2020, 1:54 PM IST

मुरैना। जिले में यातायात और पुलिस मिलकर सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए जागरूकता अभियान चला रही है. साथ ही दुर्घटनाओं को रोकने के उपायों के लिए लोगों को जागरूक करने का काम कर रहे हैं. जिसके तहत हैप्पी फ्रेंड्स क्लब के कार्यकर्ताओं ने पुलिस के साथ मिलकर लोगों को फूल मालाएं पहनाकर यातायात के नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित किया.

सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने यातायात जागरुकता अभियान

एक साल में करीब एक हजार से अधिक सड़क दुर्घटनाएं

बता दें कि मुरैना जिले में हर साल करीब 1200 से अधिक सड़क दुर्घटनाओं में ढाई सौ से अधिक लोगों की मौत हो जाती है, वहीं करीब 1500 लोग दुर्घटना में घायल हो जाते हैं, जिसे लेकर पुलिस और समाज चिंतित है. इस पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस और यातायात विभाग मिलकर समय-समय पर जागरूकता अभियान चलाता है, साथ ही नियमों का पालन कराने के लिए चेकिंग अभियान के तहत जुर्माना भी लगाते हैं, इसके बावजूद सड़क दुर्घटनाओं में कमी नहीं आ रही.

सड़क दुर्घटनाएं नहीं हो रहीं कम

साल 2017 में जिले में 1 हजार 117 सड़क दुर्घटनाएं हुई थीं, जिनमें 1 हजार 149 लोग घायल हुए और 277 लोगों की मौत हुई. सन् 2018 में 1,059 सड़क दुर्घटनाएं हुई, जिनमें 1 हजार 248 लोग घायल हुए, तो वहीं 256 लोगों की मौत हुई. बता दें कि साल 2019 में 1 हजार 079 सड़क दुर्घटना में 1 हजार 181 लोग घायल हुए, जिनमें 217 लोगों की मौत हुई. इन सभी सड़क दुर्घटना में ज्यादातर मौत का कारण सिर पर चोट लगना है.

अतिक्रमण मुक्त सड़क बनाने लोगों को किया प्रेरित

सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत इस बार पुलिस ने स्कूली छात्र-छात्राओं को जन जागरूकता अभियान का हिस्सा बनाकर सड़क दुर्घटना के गंभीर परिणामों से अवगत कराया. साथ ही यातायात सुगम रहे, इसके लिए सड़क पर अतिक्रमण करने वाले व्यवसायियों को भी समझाइश देकर अतिक्रमण मुक्त सड़क बनाने के लिए भी लोगों को प्रेरित किया.

मुरैना। जिले में यातायात और पुलिस मिलकर सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए जागरूकता अभियान चला रही है. साथ ही दुर्घटनाओं को रोकने के उपायों के लिए लोगों को जागरूक करने का काम कर रहे हैं. जिसके तहत हैप्पी फ्रेंड्स क्लब के कार्यकर्ताओं ने पुलिस के साथ मिलकर लोगों को फूल मालाएं पहनाकर यातायात के नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित किया.

सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने यातायात जागरुकता अभियान

एक साल में करीब एक हजार से अधिक सड़क दुर्घटनाएं

बता दें कि मुरैना जिले में हर साल करीब 1200 से अधिक सड़क दुर्घटनाओं में ढाई सौ से अधिक लोगों की मौत हो जाती है, वहीं करीब 1500 लोग दुर्घटना में घायल हो जाते हैं, जिसे लेकर पुलिस और समाज चिंतित है. इस पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस और यातायात विभाग मिलकर समय-समय पर जागरूकता अभियान चलाता है, साथ ही नियमों का पालन कराने के लिए चेकिंग अभियान के तहत जुर्माना भी लगाते हैं, इसके बावजूद सड़क दुर्घटनाओं में कमी नहीं आ रही.

सड़क दुर्घटनाएं नहीं हो रहीं कम

साल 2017 में जिले में 1 हजार 117 सड़क दुर्घटनाएं हुई थीं, जिनमें 1 हजार 149 लोग घायल हुए और 277 लोगों की मौत हुई. सन् 2018 में 1,059 सड़क दुर्घटनाएं हुई, जिनमें 1 हजार 248 लोग घायल हुए, तो वहीं 256 लोगों की मौत हुई. बता दें कि साल 2019 में 1 हजार 079 सड़क दुर्घटना में 1 हजार 181 लोग घायल हुए, जिनमें 217 लोगों की मौत हुई. इन सभी सड़क दुर्घटना में ज्यादातर मौत का कारण सिर पर चोट लगना है.

अतिक्रमण मुक्त सड़क बनाने लोगों को किया प्रेरित

सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत इस बार पुलिस ने स्कूली छात्र-छात्राओं को जन जागरूकता अभियान का हिस्सा बनाकर सड़क दुर्घटना के गंभीर परिणामों से अवगत कराया. साथ ही यातायात सुगम रहे, इसके लिए सड़क पर अतिक्रमण करने वाले व्यवसायियों को भी समझाइश देकर अतिक्रमण मुक्त सड़क बनाने के लिए भी लोगों को प्रेरित किया.

Intro:सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत पुलिस और युवा समाजसेवी सड़क दुर्घटनाओं को लेकर चिंतित हैं इसलिए सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के उपायों के लिए लोगों को जागरूक करने के लिए काम कर रहे हैं । मुरैना जिले में पिछले 3 वर्षों से लगातार 1200 से अधिक सड़क दुर्घटनाओं में ढाई सैकड़ा से अधिक लोगों की मौत होती है तो वही 1500 के लगभग लोग दुर्घटना में घायल होते हैं जिसे लेकर पुलिस और समाज चिंतित होने लगा है खास बात तो यह है कि जिन दुर्घटनाओं में लोगों की मौत होती है उनमें ज्यादातर सड़क दुर्घटनाएं ऐसी होती हैं जो सर में चोट लगने के कारण मौत का निवाला बनते हैं ।


Body:मुरैना जिले में पुलिस यातायात विभाग मिलकर सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए समय-समय पर न केवल जागरूकता अभियान चलाता है बल्कि नियमों का पालन कराने के लिए चलाए जाने वाले चेकिंग अभियान के तहत जुर्माने भी लगाते हैं लेकिन सड़क दुर्घटनाओं में आसान रूप कमी नहीं आ रही इसे लेकर चिंतित है । सन 2017 में मुरैना जिले में 1117 सड़क दुर्घटनाएं हुई जिनमें 1149 लोग घायल हुए और 277 लोगों की मौत हुई । सन 2018 में 1059 सड़क दुर्घटनाएं हुई जिनमें 1248 लोग घायल हुए वहीं 256 लोगों की मौत हुई । सन 2019 में 1079 सड़क दुर्घटना 1181 लोग घायल हुए जिनमें 217 लोगों की मौत हुई । इन सभी सड़क दुर्घटना में ज्यादातर मौत का कारण सर में चोट लगने से मौत होना बताया गया जबकि घायलों में जितने भी गंभीर घायल रहे उनका 40 फ़ीसदी शरीर के ऊपर हिस्से में चोट लगना रहा । इसलिए समय-समय पर पुलिस ने हेलमेट पर सख्ती बरतने के लिए न केवल चेकिंग अभियान चलाकर चालान किए बल्कि लोगों को जागरूक बनाने के लिए अभियान भी चलाए गए ।


Conclusion:सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत इस बार पुलिस ने स्कूली छात्र छात्राओं को जन जागरूकता अभियान का हिस्सा बनाकर सड़क दुर्घटना की गंभीर परिणामों से अवगत कराया साथ ही यातायात सुगम रहे इसके लिए सड़क पर अतिक्रमण करने वाले व्यवसायियों को भी समझाइश देकर अतिक्रमण मुक्त सड़क बनाने के लिए भी लोगों को प्रेरित किया इस दौरान हैप्पी फ्रेंड्स क्लब के कार्यकर्ताओं ने पुलिस के साथ अभियान में भागीदारी कर लोगों को फूल मालाएं पहनाकर अतिक्रमण मुक्त सड़क रखने एवं यातायात के नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित किया ।

बाईट 1 - रविन्द्र जैन , कार्यकर्ता हैप्पी फ्रेंड्स क्लब मुरैना
बाईट 2 - मनमोहन , कार्यकर्ता हैप्पी फ्रेंड्स क्लब मुरैना
बाईट 3- आसुतोष बागरी , अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुरैना
Last Updated : Jan 20, 2020, 1:54 PM IST
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