मुरैना। जहरीली शराब पीने से अब तक 21 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं अब तक 15 से 20 लोग अलग-अलग जगहों पर इलाजरत हैं. इन मौतों से ग्रामीणों में भारी आक्रोश है, कांग्रेस पार्टी के शहर जिला अध्यक्ष दीपक शर्मा ने आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के रिश्तेदारों का छैरा गांव है. जहां जिले में सर्वाधिक अवैध शराब बनाने का कारखाना और बेचने का कारोबार करने के साथ-साथ जुआ के बड़े-बड़े पेड़ लगाए जाते हैं. यह सब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के संरक्षण के कारण होता है, क्योंकि यह गांव उनके रिश्तेदारों का और उनका गोद लिया हुआ गांव है. जिसे वह मंच से चिल्ला चिल्ला कर कहते हैं यही कारण है कि यहां प्रशासनिक अधिकारी कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं जुटा पाते है. इसके कारण इतने लोगों की मौत जहरीली शराब से हुई है और यह मौत का आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है.
सीएम का गोद लिया हुआ गांव है छैरा
कांग्रेस नेता ने बताया कि शिवराज सिंह चौहान जब भी मुरैना जिले में आते हैं और जोरा एवं सुमावली क्षेत्र से जुड़े किसी भी कार्यक्रम के लिए स्थान चयनित करते हैं तो छैरा गांव होता है, क्योंकि यह गांव उनके रिश्तेदारों का है. जहां उन्होंने बचपन में रहकर अपनी पढ़ाई लिखाई की और उन्हें इस वर्णों को वह अक्सर मंच से सार्वजनिक कर बताते हुए लोगों से सीधे अपने को जोड़ कर रखते हैं, क्योंकि इस गांव में बड़ी आबादी शिवराज सिंह के सजातीय समाज की है.
'मंत्री, अधिकारियों' के खिलाफ दर्ज हो मामला
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की जवाबदारी है कि वह प्रदेश में अवैध कारोबार को रोके और अगर नहीं रोक रहे हैं तो जितना दोषी अवैध कारोबार करने वाले लोग हैं, उतने ही दोषी जिनके कंधों पर इसे रोकने की जवाबदारी है. वे लोग हैं इसलिए न केवल अवैध कारोबार करने वाले लोग बल्कि स्थानीय अधिकारियों से लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ भी आपराधिक मामला दर्ज होना चाहिए. इसके लिए कांग्रेस पार्टी कलेक्टर के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन देगी और आने वाले समय में अगर इनके खिलाफ अपराधिक मामले दर्ज नहीं हुए तो बड़े आंदोलन करेगी.