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फिल्म निर्माता अशोक मेहरा ने ETV भारत से की खास बातचीत, कहा- चंबल-अंचल में फिल्मों की अपार संभावनाएं - Chambal Zone

मुरैना पहुंचे लघु फिल्म निर्माता अशोक मेहरा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने चंबल-अंचल में फिल्मों के लिए अपार संभावनाएं होने की बात भी कही.

short interview of filmmaker ashok mehra
फिल्म निर्माता अशोक मेहरा
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Published : Jan 21, 2020, 4:53 AM IST

मुरैना। अपनी आगामी फिल्म की तैयारी में जुटे दिल्ली के लघु फिल्म निर्माता अशोक मेहरा मुरैना पहुंचे. यहां उन्होंने चंबल-अंचल का भ्रमण किया. जिसके बाद ईटीवी भारत से खास बातचीत में उन्होंने कहा कि चंबल-अंचल में फिल्मों की अपार संभावनाएं हैं. उन्होंने कहा कि जिस तरह से चंबल-अंचल को बड़े पर्दे पर पेश किया गया. वह उस छवि को बदलना चाहते हैं. इसलिए यहां की सभ्यता, संस्कृति और ऐतिहासिक स्थलों पर पॉजिटिव फिल्म बनाना चाहते हैं.

फिल्म निर्माता अशोक मेहरा ने ETV भारत से की खास बातचीत

अशोक मेहरा ने कहा कि चंबल अंचल फिल्म निर्माण का हब बन सकता है, क्योंकि यहां वह अद्भुद लोकेशन और स्थल हैं, जो शायद दूसरी जगहों पर कम देखने को मिलते हैं. ईटीवी भारत से खास बातचीत में उन्होंने कहा कि जिस तरह का उन्होंने चंबल-अंचल के बारे में पढ़ा, सुना था उसके उलट यहां का कल्चर है.

अशोक मेहरा ने कहा कि चंबल-अंचल के नकारात्मक पक्ष को बड़े पर्दे पर दिखाया गया, जिससे यहां की छवि अपराधप्रवृति की बन गई है, लेकिन यहां की खूबसूरत लोकेशन और कल्चर को अब तक पर्दे पर नहीं उतारा गया. उन्होंने फिल्म निर्माताओं से अपील की है कि वह इस अंचल में आएं और यहां की सकारात्मक पहलुओं पर काम करें. कोई भी विषय हो यहां उसकी लोकेशन और शानदार वातावरण उपलब्ध है.

मुरैना। अपनी आगामी फिल्म की तैयारी में जुटे दिल्ली के लघु फिल्म निर्माता अशोक मेहरा मुरैना पहुंचे. यहां उन्होंने चंबल-अंचल का भ्रमण किया. जिसके बाद ईटीवी भारत से खास बातचीत में उन्होंने कहा कि चंबल-अंचल में फिल्मों की अपार संभावनाएं हैं. उन्होंने कहा कि जिस तरह से चंबल-अंचल को बड़े पर्दे पर पेश किया गया. वह उस छवि को बदलना चाहते हैं. इसलिए यहां की सभ्यता, संस्कृति और ऐतिहासिक स्थलों पर पॉजिटिव फिल्म बनाना चाहते हैं.

फिल्म निर्माता अशोक मेहरा ने ETV भारत से की खास बातचीत

अशोक मेहरा ने कहा कि चंबल अंचल फिल्म निर्माण का हब बन सकता है, क्योंकि यहां वह अद्भुद लोकेशन और स्थल हैं, जो शायद दूसरी जगहों पर कम देखने को मिलते हैं. ईटीवी भारत से खास बातचीत में उन्होंने कहा कि जिस तरह का उन्होंने चंबल-अंचल के बारे में पढ़ा, सुना था उसके उलट यहां का कल्चर है.

अशोक मेहरा ने कहा कि चंबल-अंचल के नकारात्मक पक्ष को बड़े पर्दे पर दिखाया गया, जिससे यहां की छवि अपराधप्रवृति की बन गई है, लेकिन यहां की खूबसूरत लोकेशन और कल्चर को अब तक पर्दे पर नहीं उतारा गया. उन्होंने फिल्म निर्माताओं से अपील की है कि वह इस अंचल में आएं और यहां की सकारात्मक पहलुओं पर काम करें. कोई भी विषय हो यहां उसकी लोकेशन और शानदार वातावरण उपलब्ध है.

Intro:चम्बल अंचल में फ़िल्म निर्माण की अपार संभानये है , यह बात चंबल के भ्रमण करने के बाद जाने माने टेली के फ़िल्म का निर्माता एवं निर्देषक अशोक मेहरा ने ETV Bharat से खास बातचीत में कही ।

Body:लघु फिल्मो के निर्माता और निर्देशक अशोक मेहरा जल्द ही मुरैना में यहां की संस्कृति, सभ्यता और अंचल के ऐतिहासिक उजले पक्षो को लेकर एक फ़िल्म बनाने चाहते है । जिस फ़िल्म के निर्माण के लिए लोकेशन भ्रमण के बाद उन्हें चम्बल अंचल बेहद पसंद आया । उन्हीने Etv Bharat से बातचीत में बताया कि यहां के प्राकृतिक स्थल, खास कर बीहड़, चम्बल नदी, उसमें दिखाने वाले जलीय जीव और ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण करने के बाद पता चला कि जैसा चम्बल अंचल के बारे में सुचा था और फिल्मो में देखा चम्बल उससे बिल्कुल बिपरीत है । यहां के अहले पक्षो को अगर सार्वजनिक किया जाए तो चम्बल अंचल फिल्म निर्माण का हब बन सकता है ।

Conclusion:ज्ञात हो कि आज तक अंचल के नकारात्मक पक्ष को फिल्मो के माध्यम से सार्वजनिक किया गया था । जिससे देश के विभिन्न भागों में चम्बल को अपराध की दुनिया का हब माना जाने लगा , लेकिन स्थिति विपरीत है , यहां फिल्मी दुनिया के लिए अपार संभावनाएं , जिसका फायदा अंचल को और फ़िल्म जगत मिलेगा ।

1 to 1 - अशोक मेहरा , तेली फ़िल्मो के निर्माता और निर्देशक
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