मुरैना। प्रदेश में जहरीली शराब से कई लोग काल के गाल में समा गए हैं. जिसके बाद संत शिरोमणि हरि गिरि महाराज ने एमपी में शराबबंदी का बीड़ा उठाया है. इसके लिए उन्होंने 22 फरवरी से ग्वालियर के शीतला माता मंदिर से पदयात्रा शुरू की है. ये पदयात्रा आज बुधवार को मुरैना जिले के ऐंती गांव स्थित शनि धाम मंदिर पहुंची. जहां पर शराबबंदी के लिए महापंचायत का आयोजन किया गया. जिसमें आसपास के गांवों से हजारों की संख्या में ग्रामीण शामिल हुए. महापंचायत में ग्रामीणों ने एक आवाज में संत हरिगिरी महाराज के शिष्यों की बात का समर्थन करते हुए शराब न पीने की शपथ ली.
शनिधाम पहुंची पदयात्रा
शराबबंदी को लेकर संत हरीगिरी महाराज की पदयात्रा आज शनिधाम पहुंची. यात्रा में चल रहे संत हरीगिरी के शिष्य लाल गिरी सहित अन्य लोगों ने सबसे पहले शनिदेव महाराज के दर्शन किए. इसके बाद आसपास के गांव टिकरी, हरीगवां, खेरिया, शनि मंदिर रोड, पिपरसा, गड़ाजर और ऐंती गांव सहित अन्य गांवों से हजारों की संख्या में आये ग्रामीणों की उपस्थिति में महापंचायत का आयोजन किया गया.
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महापंचायत में संतों ने कहा की शराब नस्लों को तबाह कर रही है. हमें अपने आने वाली पीढ़ी को बचाने के लिए इस शराब से छुटकारा पाना ही होगा. इसके लिए सभी इस आंदोलन के भागीदार बने और इसके खिलाफ आवाज उठाएं. इसके बाद ग्रामीणों को इस अभियान में जुड़ कर शराब न पीने की शपथ दिलाई गई. इसके साथ ही संत हरिगिरि महाराज के शिष्यों ने 26 फरवरी को चंबल बिंडवा आश्रम पर होने वाली महापंचायत में पहुंचने के लिए ग्रामीणों को आमंत्रित भी किया.
26 फरवरी को होगी महापंचायत
संत हरी गिरी महाराज द्वारा चंबल बिंडवा आश्रम पर शराबबंदी को लेकर एक महापंचायत का आयोजन करेंगे. जिसमें शराबबंदी को लेकर अहम फैसले लिए जाएंगे. शनिधाम पर आयोजित महापंचायत में करीब 1500 लोग उपस्थित रहे. शराबबंदी के लिए 6 दिवसीय पदयात्रा पर निकले संत शिरोमणि ग्वालियर और मुरैना जिले के विभिन्न गांवों से होते हुए 26 फरवरी को चंबल बिंड़वा के आश्रम पर पहुंचेगी. जहां पर एक महापंचायत का आयोजन कर लोगों को शराब न पीने की शपथ दिलाई जाएगी.