मुरैना। उपचुनाव की तारीखों का ऐलान होते ही जिला प्रशासन चुनाव की तैयारियों में जुट गया है. इसके लिए उपयोग में आने वाले सभी आवश्यक संसाधनों की समीक्षा की जा रही है. वहीं कोरोना संक्रमण के चलते जिले में 270 नए मतदान केंद्र और बनाए जाएंगे. साथ ही कुल मतदान केंद्रों के अनुपात में लगने वाले कर्मचारियों की तुलना में 170 फीसदी कर्मचारी रिजर्व में रखे जाएंगे. इसके लिए जिला निर्वाचन अधिकारी ने संभागायुक्त से 3000 कर्मचारियों की अन्य जिलों से व्यवस्था कराने की मांग की है.
मुरैना की छह में से पांच विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं. 2018 के विधानसभा चुनाव के दौरान जितने मतदान केंद्र बनाये गए थे, उन मतदान केंद्रों में 270 सहायक मतदान केंद्र बनाए जाएंगे. वहीं कुल 6 विधानसभाओं में जितने कर्मचारी लगाए गए थे, उतने कर्मचारी अब पांच विधानसभा क्षेत्रों में होने वाले उपचुनाव में लगाए जाएंगे.
साथ ही आयोग के निर्देशों के अनुसार 30 फीसदी कर्मचारी रिजर्व में लगाए जाते थे, लेकिन कोरोना संक्रमण काल के दौरान 50 फीसदी अतिरिक्त कर्मचारी ड्यूटी पर तैनात किए जाएंगे. इस तरह से 170 फीसदी कर्मचारी चुनाव ड्यूटी में लगाए जाएंगे.
170 फीसदी कर्मचारियों को ड्यूटी पर तैनात करने के लिए जिले में कर्मचारियों की संख्या कम पड़ेगी. इसलिए कलेक्टर और जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा संभाग आयुक्त को पत्र भेजकर अन्य जिलों से 3000 कर्मचारियों की ड्यूटी लगाने की मांग की गई है.
सबलगढ़ विधानसभा क्षेत्र में नहीं लगेगी आचार संहिता
5 विधानसभा क्षेत्रों में होने वाले उपचुनाव के लिए लगाई गई आचार संहिता सबलगढ़ विधानसभा क्षेत्र में लागू नहीं होगी. जिला निर्वाचन अधिकारी अनुराग वर्मा ने बताया कि जिन जिलों में नगर निगम बने हुए हैं, उन जिलों में आचार संहिता लागू होगी.