मुरैना। जौरा उपचुनाव के लिए कमलनाथ सरकार ने कमर कस ली है. सरकार नहीं चाहती कि जौरा सीट किसी भी कारण से उसके हाथ से निकल जाए. जौरा की जमीनी हकीकत जानने के लिए इस समय पीएचई मंत्री सुखदेव पांसे मुरैना के दौरे पर हैं. इसलिए कैबिनेट मंत्री जौरा में कार्यकर्ताओं मुलाकात कर बह रही सियासी हवा को भांप रहे हैं. इसके साथ ही मंत्री आवश्यकता के अनुसार अधिकारियों से कार्य योजना तैयार कराते हुए उसे स्वीकृति दे रहे हैं.
मुरैना में पीएचई मंत्री सुखदेव पांसे ने जौरा विधानसभा की सात ग्राम पंचायतों में नल जल योजनाएं को स्वीकृति दे दी है, साथ ही जिलेभर के लिए 1 हजार करोड़ की समूह नल जल योजना की डीपीआर तैयार करने के लिए टेंडर की प्रक्रिया को मंजूरी दे दी है.
जौरा दौरे पर आए पीएचई मंत्री ने क्षेत्र की क्वारी नदी, आसान नदी में सालभर पानी रहे इसके लिए नदी पुनर्जीवित करने के लिए काम करने के कार्यकर्ताओं के प्रस्ताव को स्वीकृति दी. जिन गांव मे पेयजल की समस्या है ऐसे 7 ग्राम पंचायतों जिनमें सिकरौदा, जखोदा, कन्हार गड़ीखेरा आदि शामिल हैं.
मंत्री सुखदेव पास ने बताया कि अब मुरैना जिले के सभी लोगों को फिल्टर पानी चंबल नदी से मिलेगा. जिससे पूरे जिले की पीने के पानी की समस्या हमेशा के लिए खत्म हो जायेगी.
चंबल नदी से पानी लाने की कवायद
चंबल नदी से मुरैना को पीने का पानी मिले इसके लिए जिले में लंबे समय से मांग चल रही थी, लेकिन घड़ियाल सेंचुरी से एनओसी ना मिलने से यह योजना अधर में थी वहीं मंत्री ने बैठक में जल निगम के अधिकारियों ने बताया कि सेंचुरी से अनुमति मिल गई है और लगभग 1 हजार करोड़ की इस योजना के लिए डीपीआर के द्वारा टेंडर की प्रक्रिया की जा रही है.