मुरैना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन की अवधि बढ़ा कर 3 मई तक कर दी है, जिससे लोगों की समस्याएं बढ़ गई है. कर्फ्यू के कारण बाजार बंद हैं, जिससे आमजन को खाद्य सामग्री नहीं मिल पा रही, तो वहीं किसान अनाज, सब्जी व फल बाजार तक पहुंचाने में असमर्थ हैं. यही कारण है कि, किसानों ने फलों को हाईवे किनारे फेंक दिया, जिससे भारी मात्रा में नुकसान हुआ है.
सब्जी मंडी बंद होने की वजह से बाहर से बड़ी मात्रा में आया संतरा खराब हो गया है, जिससे फल विक्रेता को काफी नुकसान हुआ है. ग्रामीण क्षेत्र में जिन किसानों ने फल और सब्जी उगाई थी, वो भी बाजार बंद होने के चलते खेतों में ही सड़ रही हैं.
किसानों को उम्मीद थी कि, लॉकडाउन 14 अप्रैल 2020 के बाद खुल जाएगा. अगर ऐसा नहीं हुआ तो कर्फ्यू में कुछ समय की ढील दी जाएगी, जिससे वो आवश्यक वस्तुओं के तहत फल और फूल सब्जी मंडी में ले जाकर बेच सकेंगे, लेकिन लॉकडाउन बढ़ाए जाने के बाद किसानों की इस उम्मीद पर भी पानी फिर गया.