मुरैना । बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर प्रशासन की तरफ से 7 अप्रैल से रोको-टोको अभियान शुरू किया गया. लोग मास्क लगाए रखें और गाइडलाइन का पालन करें, इसके लिए 42 टीमें भी बनाई गईं. लेकिन अब लगता है मानों अभियान में कर्मचारियों की रुचि ही नहीं बची हो. इन टीमों में कई ऐसे अधिकारी हैं, जो अपने प्वॉइंट पर ही नहीं पहुंच रहे हैं. अधिकारियों ने अपनी जगह छोटे कर्मचारियों को जिम्मेदारी सौंप दी.
रोको-टोको अभियान में कर्मचारियों की रुचि नहीं
कलेक्टर बक्की कार्तिकेयन के आदेश पर रोको-टोको अभियान चलाया जा रहा है. लेकिन महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला परियोजना अधिकारी उपासना राय और पटवारी नरेश शाक्य को उनके प्वाइंट से गायब देखा गया. दोनों को नंदेपुरा चौराहे पर तैनात किया गया था. 2 दिन से डीपीओ उपासना राय, तो पटवारी नरेश 3 दिन से गायब हैं. पीएचई विभाग,पीडब्ल्यूडी, नगर निगम के कई अधिकारी-कर्मचारी भी अपने-अपने प्वाइंट्स पर दो दिन से नहीं पहुंचे हैं. सभी ने अपनी जगह छोटे कर्मचारियों को तैनात किया हुआ था.
हर रोज दो घंटे करनी है चेकिंग
आदेश के अनुसार अधिकारियों को हर रोज मुरैना शहर के 3 थाना क्षेत्रों में सिर्फ 2 घंटे ही चेकिंग करनी है. वो भी शाम 5 से 7 बजे तक. हर एक टीम में एक कार्यपालन यंत्री, एक नगर निगम कर्मचारी, एक राजस्व विभाग का कर्मचारी और दो पुलिस जवान हैं.
इन प्वाइंट्स पर करनी है चेकिंग
मुरैना शहर के मुख्य बाजार हनुमान चौराहा, ओवरब्रिज चौराहा, शंकर बाजार, गोपीनाथ की पुलिया, जीवाजीगंज, नैनागढ़ रोड, बैरियर चौराहा, रामनगर तिराहा, अम्बाह बायपास तिराहा, एमएस रोड स्थित गणेशपुरा की पुलिया, नाला नंबर एक, जौरा रोड स्थित मां बेटी चौराहा, केएस चौराहा, फाटक बाहर नंदपुरा चोरहा सहित रोको टोको अभियान चलाया जा रहा है।