मुरैना। कमलनाथ सरकार जहां पूरे प्रदेश को माफिया मुक्त प्रदेश बनाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दे चुकी हैं, वहीं नगर निगम के अधिकारी ही माफिया के हिमायती बने हुए हैं. माफिया को फायदा पहुंचाने के लिए नगर निगम ने खेत में करीब एक किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण करवा दिया. खास बात ये है कि जब ये मामला सामने आया तो नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारी ही अपने कारनामों पर पर्दा डालते हुए नजर आए और पार्षद को सड़क मंजूरी का जिम्मेदार बता दिया.
बीते दिनों एसडीएम आरएस बाकना और नगर निगम आयुक्त भौडेंरी गांव के पास अतिक्रमण को हटाने गए थे. तो वहां पर एक खेत में नगर निगम की ओर से एक सड़क निर्माण की बात सामने आई. हैरानी की बात ये है कि करीब 5 लाख रुपए की लागत से सड़क के निर्माण कराया गया. जहां पर सड़क बनी है वहां पर भू-माफिया अवैध रूप से कॉलोनाइजिंग कर रहा है.
बताया जा रहा है कि भू-माफिया ने पार्षद और नगर निगम के कुछ अधिकारियों से मिलकर अपने खेत की जमीन पर सड़क मंजूर कराकर बनवा ली. जहां पर सड़क बनी हुई है. वहां केवल दो ही मकान बने हुए हैं. अन्य मकान नहीं है.
जब नगर निगम आयुक्त अमरसत्य गुप्ता से इस मामले में सवाल किया गया तो उनका कहना है कि अतिक्रमण हटाने के दौरान ये सड़क का मामला सामने आया है. इंजीनियरों से पता किया जा रहा है कि सड़क किसने मंजूर की है और किसने कराई है.जांच कराकर जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.